भागलपुर में प्रतिपदा विक्रम संवत की पूर्व संध्या पर बगैर अनुमति के जुलूस निकालने के आरोपी अर्जित चौबे की अग्रिम जमानत की अर्जी जिला एवं सत्र न्यायाधीश (प्रभारी) कुमुद रंजन सिंह ने शनिवार को नामंजूर कर दी। एफआईआर के बाकी आठ नामजदों की ओर से उनके वरीय वकील कामेश्वर पांडे ने बहस की और अग्रिम जमानत का अनुरोध किया। जिस पर न्यायाधीश सोमवार को सीडी देखने के बाद आदेश पारित करेंगे। इससे पहले 27 मार्च को अदालत में अर्जित की अग्रिम जमानत पर सुनवाई हुई थी। यह जानकारी वरीय लोक अभियोजक सत्यनारायण प्रसाद साह ने दी है। इन्होंने बताया कि नाथनगर थाना की एफआईआर संख्या 176/18 दिनाक 17 मार्च 18 में अर्जित चौबे पर जुलूस का नेतृत्व करने, डीजे बजाने और भड़काऊ नारे लगाने का आरोप है। साथ ही बगैर अनुमति के जुलूस निकालने का भी इल्जाम है। अर्जित की तरफ से बहस वरीय वकील वीरेश मिश्र ने की।
एसएसपी मनोज कुमार के मुताबिक अर्जित चौबे समेत दोनों एफआईआर 176 और 177 /18 के 21नामजद आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम पटना ,दिल्ली, और उत्तरप्रदेश भेजी गई है। और पटना के एसएसपी को भी इत्तिला दी है। पुलिस इन्हें जोर शोर से ढूंढ रही है। मगर ये अपना रह रहकर ठिकाना बदल रहे है। इनकी गिरफ्तारी न होने पर पुलिस कोर्ट से कुर्की वारंट जारी करने की अर्जी देगी।
ध्यान रहे अर्जित चौबे केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे का बेटा है। और भागलपुर सीट से 2015 में बिहार विधानसभा का भाजपा टिकट पर चुनाव लड़े और हारे है। बीते 17 मार्च को जुलूस के बाद नाथनगर में कौमी उपद्रव हुआ। जिसमें अर्जित समेत 9 भाजपा कार्यकर्ता नामजद है। बचाव पक्ष के वकील वीरेश मिश्रा की दलील थी कि एफआईआर के मुताबिक अर्जित जुलूस का संचालन नहीं कर रहे थे। और न ही इसने कहीं उत्तेजक नारे लगाए। ऐसे में इनपर आरोप बेबुनियाद है। और अग्रिम जमानत मंजूर करने की उन्होंने कोर्ट से गुजारिश की।
इसी एफआईआर के नामजद दूसरे आठ आरोपियों की अग्रिम जमानत की अर्जी देते हुए बचाव पक्ष के वरीय वकील कामेश्वर पांडे ने कहाकि दर्ज एफआईआर में सीधे तौर पर किसी पर आरोप नहीं है। जिसका वरीय लोक अभियोजक ने जमकर विरोध किया। और कहा कि जुलूस निकालने की अनुमति का आवेदन 16 मार्च को दिया गया है। मगर इस पर आदेश नहीं मिला और जुलूस निकाल लिया गया और भड़काऊ नारे लगाए गए। नतीजतन 17 मार्च को भागलपुर से शुरू हुआ कौमी फसाद बिहार के दूसरे ज़िलों में फैल गया। पुलिस डायरी में भी यह बात लिखी है। मसलन अर्जित समेत 9 जनों पर गिरफ्तारी की तलवार लटकी है और मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है।

