कन्नूर जिले में माकपा और भाजपा से जुड़े दो कार्यकर्ताओं की हत्या का मुद्दा आज केरल विधानसभा में गूंजा। इस घटना को लेकर सरकार के कथित उदासीन रवैये के खिलाफ कांग्रेस नीति यूडीएफ के विपक्षी विधायकों ने आज सदन से वाकआउट किया। राजनीतिक रूप से संवेदनशील कन्नूर जिले में दो पक्षों के बीच संदिग्ध दुश्मनी के चलते इन दो पार्टी कार्यकर्ताओं की कल धारदार हथियार से हत्या कर दी गई।

यूडीएफ ने इस हत्या को लेकर सत्तारूढ एलडीएफ में प्रमुख साझीदार माकपा और भाजपा दोनों को यह कहते हुए घेरने की कोशिश की कि ये अपने कैडर की गतिविधियों को काबू करने में विफल रही हैं और इन पार्टियों के कुछ नेताओं की ओर से ‘हिंसा को प्रोत्साहित करने वाले’ बयान भी चिंता का कारण हैं। एलडीएफ के सत्ता में आने के बाद राज्य में कानून व्यवस्था कथित तौर पर विफल होने पर कार्यस्थगन प्रस्ताव के नोटिस का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने विपक्ष से राज्य में घटित घटनाओं को अलग से दिखाकर चीजों को आम नहीं बनाने को कहा।

उन्होंने कहा, ‘‘ राज्य में कानून व्यवस्था विफल होने का कोई मामला नहीं है। सरकार हिंसा के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है, भले ही वे व्यक्ति किसी भी राजनीतिक विचारधारा के क्यों न हों।’’