महाराष्ट्र के पालघर जिले के विरार इलाके से एक दिल दहला देने वाली जानकारी सामने आई है। यहां पिता की मौत के सदमे के चलते दो बेटियों ने आत्महत्या की कोशिश की। इनमें से एक को बचा लिया गया, जबकि एक का शव समुद्र किनारे से बरामद किया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिता की मौत एक अगस्त रविवार को हो गई थी। बेटियों और मां ने इस मौत की जानकारी को गुप्त रखा, और विरार स्थित अपने घर में शव के साथ ही दो दिनों तक रहे।

पुलिस को इस मामले की जानकारी बुधवार को हुई, जब वह दूसरी बेटी को आत्महत्या की कोशिश से बचाकर पीड़िता के घर पहुंचे। पुलिस ने बताया कि रिटायर्ड अधिकारी हरिदास शंकर, विरार के गोकुलटाउनशिप में एक छोटे से मकान में अपनी बेटियों 36 वर्षीय स्वपनली और 40 वर्षीय विद्या और 68 वर्षीय पत्नी विजया के साथ किराये पर रहते थे।

एक अगस्त को पिता की मौत के बाद बेटियां और मां सदमे में थे और दो दिनों तक शव के साथ ही रहते रहे। मंगलवार रात को विद्या घर से बाहर चली गई। बुधवार की सुबह जब स्वपनली उठी तो उसने अपनी बड़ी बहन को घर पर नहीं पाया। वह समझ गई कि बहन कहां गई होगी। बुधवार सुबह वह नवापुर बीच पर आत्महत्या की कोशिश करने चल पड़ी। लेकिन वहां मौजूद लोगों ने स्वपनली को बचा लिया और इसकी सूचना पुलिस को दी।

मौके पर पहुंची पुलिस को स्वपनली ने बताया कि उसकी बहन भी घर से लापता है और आत्महत्या की शंका व्यक्त की। पुलिस ने नवापुरा बीच पर मिली एक लाश की शिनाख्त कराई तो स्वपनली ने सारी सच्चाई बताई। इसके बाद पुलिस पीड़ित परिवार के घर पहुंची और लोगों को वहां से निकाला।

पुलिस जब घर पहुंची तो देखा कि पिता का शव घर पर रखा गया था और मां वहीं मौजूद थी। पुलिस को शंका है कि 72 वर्षीय हरिदास की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई थी।