त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देब ने एक बार फिर से चौंकाने वाला बयान दिया है। महाभारत काल में इंटरनेट होने और बतखों की मौजूदगी से पानी में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ने जैसी बातें करने वाले पूर्वोत्तर राज्य के सीएम ने अब खुद को ‘डिस्कवरी ऑफ टाइम’ (समय की खोज) बताया है। बिप्लब देब ने 43वें त्रिपुरा राज्यस्तरीय वेटलिफ्टिंग प्रतियोगिता के उद्घाटन मौके पर शुक्रवार (25 फरवरी 2018) को यह बात कही। उन्होंने बताया कि समय के पक्ष में रहने पर सबकुछ बदल जाता है। विवेकानंद व्यामागार में आयोजित समारोह में सीएम ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव का उदाहरण भी दिया। इस कार्यक्रम में खेल राज्य मंत्री मनोज कांति देब और ओलंपिक में पदक विजेता दीपा कर्माकर के अलावा अन्य लोग भी मौजूद थे।
पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने ढाई दशक से सत्ता में जमे वाम मोर्चा को हराया था। उसका उल्लेख करते हुए सीएम बिप्लब देब ने कहा, ‘मैं समय की खोज हूं। मैं यहां (त्रिपुरा) पिछले साढ़े तीन वर्षों से काम कर रहा हूं। इससे पहले लोगों ने मुझे यहां नहीं देखा था। मैं बीजेपी के किसी मंडल कार्यालय में भी नहीं गया था। मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं चुनाव लड़ूंगा, जीतूंगा और मुख्यमंत्री बनूंगा। बनमालीपुर (बिप्लब देब ने यहीं से चुनाव लड़ा था) की जनता ने बड़े बहुमत से मुझे चुना। वक्त चमत्कार कर सकता है। हमारी सरकार त्रिपुरा को तीन वर्षों में मॉडल स्टेट बनाने के लिए काम कर रही है।’ बिप्लब देब ने इस तरह का बयान कोई पहली बार नहीं दिया है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि महाभारत काल में सेटेलाइट और इंटरनेट मौजूद थे। ऐसे ही एक अन्य बयान में उन्होंने कहा था कि तालाबों में बतख के तैरने से पानी जहां रिसाइकिल होता है, वहीं ऑक्सीजन के स्तर में भी वृद्धि होती है।
बिप्लब देब ने त्रिपुरा के क्षेत्रफल को लेकर भी टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि भौगोलिक क्षेत्र का छोटा होना फायदे की बात है। मुख्यमंत्री ने जापान, कोरिया, जर्मनी और इजरायल जैसे देशों का उदाहरण भी दिया। बिप्लब देब ने विवेकानंद व्यायामागार में मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आप इजरायल को दुनिया के नक्शे पर ठीक से ढूंढ़ भी नहीं पाएंगे, लेकिन वह विश्व के ताकतवर देशों में से एक है। बकौल, त्रिपुरा सीएम, दुनिया के ज्यादातर छोटे देश ताकतवर और विकसित हैं।