जानकीशरण द्विवेदी
बीते विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिए गए भाषण का असर योगी सरकार पर साफ दिखा और माध्यमिक शिक्षा परिषद की परीक्षाएं शुरू होने के पहले दिन ही राज्य के उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा परीक्षाओं की तैयारियों का जायजा लेने गोण्डा पहुंच गए। जिले में सख्ती का आलम यह है कि इस बार गोण्डा जिले के कस्तूरबा गांधी बालिका इण्टर कालेज में बनाए गए परीक्षा केन्द्र पर हिन्दी विषय की परीक्षा देने 40 परीक्षार्थियों के सापेक्ष मात्र एक परीक्षार्थी ही उपस्थित हुआ। उल्लेखनीय है कि बीते विधानसभा चुनाव के दौरान प्रचार करने गोण्डा आए प्रधानमंत्री ने जिले को नकल का अड्डा बताते हुए इसे प्रभावी तरीके से रोके जाने की बात कही थी।
जिले के एक दिवसीय दौरे पर आज यहां पहुंचे डा. शर्मा ने सर्किट हाउस में पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ योगी सरकार नकल के समूह उन्मूलन के लिए कृत संकल्प है। नकल के माध्यम से शिक्षा के साथ दुष्कर्म करने वालों को सख्त सजा मिलेगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ योगी सरकार शिक्षा में सुधार के लिए कृत संकल्प है। इस दिशा में काम करते हुए सरकार ने शिक्षकों की भर्ती, पाठ्यक्रम में सुधार, नकल रहित परीक्षा का सम्पादन और अनावश्यक छुट्टियों को खत्म करने की दिशा में कदम उठाया है। डा. शर्मा ने कहा कि कालेजों में शिक्षकों की कमी को देखते हुए हम बड़े़ पैमाने पर रिक्त पदों पर शिक्षकों की भर्ती करने जा रहे हैं। इसके साथ ही सरकार ने महापुरुषों के जन्म दिन पर होने वाली डेढ़ दर्जन से अधिक छुट्टियों को निरस्त करते उन दिवसों को विशिष्ट दिवस के रूप में मनाते हुए महापुरुषों के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी बच्चों को देने का काम शुरू किया है। यूपी बोर्ड तथा केन्द्रीय बोर्डों के बीच असमानता को समाप्त करने के लिए सरकार ने पाठ्यक्रम में बदलाव का निर्णय लिया है और अप्रैल माह से शुरू होने वाले नए शिक्षा सत्र से प्रदेश भर के सभी कालेजों में एनसीईआटी पाठ्यक्रम शुरू कर दिए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने परीक्षा प्रणाली में भी व्यापक सुधार का निर्णय लिया है। इसके तहत दो-ढ़ाई महीने तक चलने वाली यूपी बोर्ड की परीक्षाओं को इस बार एक माह में खत्म किया जा रहा है। अगले शिक्षा सत्र से यह परीक्षाएं अधिकतम एक पखवारा में करा ली जाएंगी। उन्होंने कहा कि परीक्षा केन्द्रों पर सीसीटीवी कैमरा लगाने तथा सेक्टर मजिस्ट्रेटों को तैनात करने से नकल रहित परीक्षा कराने में काफी मदद मिलेगी। डा. शर्मा ने कहा कि जौनपुर में नकली उत्तर पुस्तिकाएं छापने वालों तथा हरदोई जिले में प्रश्नपत्र गायब करने वालों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज करके जेल भेजा गया है। नकल रहित परीक्षा कराना मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में है। उन्होंने स्वयं प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों, पुलिस अधीक्षकों और शिक्षा विभाग से अधिकारियों के साथ बैठक करके नकल रहित परीक्षा कराने का निर्देश दिया है। डा. शर्मा ने दावा किया कि शासन की सख्ती का असर दिख रहा है। गत वर्ष हाईस्कूल व इण्टर मीडिएट के करीब 60 लाख परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 55 लाख परीक्षार्थियों ने प्रतिभाग किया था। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में पहले दिन नकल रहित परीक्षा होने की खबरें मिल रही हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि कुछ लोगों ने वि़द्यालय खोलकर नकल कराने का धंधा बना लिया था। हमारी सरकार ऐसे लोगों को नकल माफिया के रूप में चिन्हित करके सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने कहा कि वह नकल रहित परीक्षा कराने के लिए जिलों का भ्रमण करेंगे और जहां भी कमी मिली, वहां कठोर कार्रवाई करेंगे। उप मुख्यमंत्री ने जिले के कुछ परीक्षा केन्द्रों का औचक निरीक्षण भी किया। उनके साथ प्रदेश के अपर मुख्य सचिव संजय अग्रवाल भी मौजूद थे।