Policeman Wrote Thakurwaad In Private Car: यूपी में लखीमपुर खीरी जिले के महेवागंज पुलिस चौकी के चौकी इंचार्ज चेतन सिंह की कार में “ठाकुरवाद” लिखा मिलने पर हंगामा मच गया। इसको लेकर मीडिया के लोगों ने उनसे गाड़ी पर जातिवादी शब्द लिखे जाने की वजह पूछी तो पहले तो उन्होंने बोलने से ही मना कर दिया, बाद में कहा, “परिवार के लोग कार लेकर कहीं गये थे, उन लोगों ने लिखवा दिया। अब इसे हटवा दिया गया है।”

दरअसल चौकी इंचार्ज चेतन सिंह की लाल रंग की निजी ब्रेजा कार एक जगह खड़ी थी। जब उस पर चौकी इंचार्ज सवार होने लगे, तभी वहां मौजूद कुछ लोगों ने कार के शीशे पर अंग्रेजी में लिखे- “THAKURWAAD” ठाकुरवाद का वीडियो बना लिया। यह सोशल मीडिया पर वायरल हुई तो हंगामा मच गया। इसके बाद मीडिया वालों ने चौकी इंचार्ज से पूछा तो उन्होंने पहले बात करने से इंकार कर दिया, बाद में कहा कि परिवार के लोगों ने लिखवा दिया था।

इस वीडियो को समाजवादी पार्टी ने भी अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट किया। ट्विटर पर समाजवादी पार्टी ने प्रदेश सरकार पर खुद जातिवाद का बढ़ावा देने का आरोप लगाते हुए पूछा कि ऐसे जातिवादियों पर कब होगी कार्रवाई। पार्टी ने ट्विटर पर लिखा, “योगी जी की जातिवादी पुलिस ! लखीमपुर खीरी में चौकी इंचार्ज ने अपनी गाड़ी पर लिखवाया ‘ठाकुरवाद,’ प्रत्यक्ष जातिवाद। मुख्यमंत्री को ना सजातीय गुंडे आरोपी नज़र आते हैं ना ही सजातीय पुलिसकर्मी दोषी, तमाम उदहारण हैं। ऐसे जातिवादियों पर कब होगी कार्रवाई? बताए सरकार।”

हाल ही में सरकार ने गाड़ियों पर जातिसूचक शब्दों पर लगाई थी रोक

खास बात यह है कि हाल ही में यूपी पुलिस और परिवहन विभाग ने प्रदेश भर जातिसूचक शब्‍द लिखी गाड़ियों पर सख्ती से रोक लगाई थी। इसको लेकर पुलिस ने खुद चालान करने का अभियान शुरू किया था और प्रदेश भर में कई गाड़ियों के मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की थी।

सरकारी आदेश में गाड़ियों पर ‘जाट’, ‘गुर्जर’, ‘राजपूत’, ‘ब्राह्मण’, ‘क्षत्रिय’, ‘ठाकुर’, ‘यादव’ आदि लिखने पर मनाही की गई है। ऐसे में जब पुलिस की गाड़ी पर इस तरह के जातिवादी शब्द लिखा मिला तो लोगों ने इसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। बहरहाल चौकी इंचार्ज ने इस पूरे मामले में परिवार वालों की सामान्य गलती बताकर खुद को दोषमुक्त कर लिया।