पूर्व हिज्बुल कमांडर बुरहान वानी के सभी साथियों के दो महीने पहले मारे जाने के बाद आतंकवादियों की एक नई ग्रुप फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जम्मू और कश्मीर पुलिस फोटो में दिख रहे लोगों की शिनाख्त कर रही है। तस्वीर इसी हफ्ते की शुरुआत में जारी की गई थी और एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने इसे बिना नेता का दल बताया है। दो महीने पहले बुरहान वानी के सभी साथी मारे गए थे। तस्वीर में 11 आतंकी छद्म वर्दी (खुद को छिपा लेने वाली वर्दी) पहने हुए दिखाई दे रहे हैं। 14 लोगों में से ज्यादातर ने हरे रंग के पृष्ठभूमि वाले नीले रंग की जर्सी पहनी हुई है। तस्वीर में किसी जंगली इलाके या किसी बगीचे में खींची हुई लगती है। पुलिस के मुताबिक तस्वीर में दिखाई दे रहे आतंकवादी जाने-पहचाने चेहरे नहीं हैं और सभी नए भर्ती किए गए संदिग्ध लगते हैं। उनमें से एक का चेहरा शम्स उल हक मेंगनू से मिलता है, जिसे हिज्बुल के द्वारा बुरहान द सेकेंड नाम दिया गया था। मेंगनू श्रीनगर में यूनानी चिकित्सा में बैचलर डिग्री कर रहा था और पिछली 22 मई को लापता हो गया था।
मेंगनू का एक भाई भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी हैं और उनकी तैनाती पूर्वोत्तर में है। पुलिस अधिकारी ने मेंगनू के आतंकवादियों के साथ काम करने की पुष्टि की है। मामले को लेकर एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ”हमें एक तस्वीर मिली है। तस्वीर में 14 चेहरे हैं और हम उनकी पहचान कर रहे हैं। कई दफा आतंकवादी पुरानी तस्वीरें भी इस्तेमाल करते हैं।” भले ही समूह नया है, यह किसी भी तरह से आतंकवाद की वापसी के रूप में नहीं देखा जा सकता है। यह एक बिना नेता का दल है। आतंकवादियों को भारी नुकसान हुआ है और आतंकवाद से प्रेरित हिंसा में कमी आई है। उन्होंने अकेले सुरक्षाकर्मियों पर हमले किए हैं, इनमें ग्रेनेड हमले भी शामिल हैं।” नई फोटो बुरहान वानी के मारे जाने के ठीक दो वर्ष बाद आई है और हिज्बुल ने ऐसे 18 आतंकवादियों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट की हैं, जिनमें वे बंदूक लिए हुए दिखाई दे रहे हैं।
मेंगनू के अलावा इरफान राशिद दार, एक 22 वर्षाय विशेष पुलिस अधिकारी जो कि अपनी सर्विस राइफल के साथ पुलवामा से बीते 26 जून को लापता हो गया था और अवंतिपोरा के तौसीफ अहमद ठोकार और अदफार फयाज भी देखे जा रहे हैं। इनमें से कुपवाड़ा के रहने वाले जहूर अहमद मीर ने सरेंडर कर करीब डेढ़ महीने पहले फिर से आतंकवादियों में वापसी कर ली थी। पुलिस ने हंदवाड़ा के दो और लोगों की पुष्टि की है, जिनमें फुरकान राशिद लोन और गनी ख्वाजा के नाम बताए जा रहे हैं।