जम्मू कश्मीर के शोपियां जिले के कचदूरा गांव से आतंकवादियों द्वारा अगवा किए गए पुलिसकर्मी जावेद अहमद डार का शव शुक्रवार की सुबह बरामद किया गया है। डार का शव कुलगाम के परिवान गांव से बरामद हुआ है। पुलिस ने जानकारी दी है कि डार के शव पर गोलियां लगी हुई हैं, जिसके आधार पर यह कहा जा रहा है कि आतंकियों ने गोलियों से भून कर डार को मौत के घाट उतारा है। शव मिलने के बाद शहीद पुलिस कॉन्सटेबल को जवानों द्वारा शोपियां में आखिरी श्रद्धांजलि भी दी गई।

रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को कुछ आतंकियों ने डार के घर में घुसकर उनका अपहरण किया था। डार को कचदूरा गांव स्थित उसके घर से किडनैप किया गया था। इसी गांव में इस साल अप्रैल माह में एनकाउंटर के दौरान पांच आतंकियों को मौत के घाट उतारा गया था। पुलिस ने जानकारी दी कि डार के अपहरण के तुरंत बाद सुरक्षाबलों द्वारा इलाके में ऑपरेशन जारी कर दिया गया था। जहां एक तरफ आंतकियों ने पुलिस के जवान की निर्मम तरीके से हत्या कर उसे मौत के घाट उतारा तो वहीं दूसरी तरफ एक इमामल को भी गोली मारी गई है।

समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक पुलवाला के परिगाम गांव में शुक्रवार की सुबह हनीफा मस्जिद के इमाम पर कुछ आतंकियों ने हमला कर दिया था। इमाम के ऊपर आंतकियों द्वारा गोलियां बरसाई गई थीं। इमाम मोहम्मद अशरफ ठोकेर इस वक्त गंभीर रूप से घायल हैं और अस्पताल में भर्ती हैं। उनकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।

बता दें कि हाल ही में रमजान के महीने के दौरान सरकार के आदेश के बाद सुरक्षाबलों द्वारा आतंकियों के खिलाफ किया जा रहा ऑपरेशन बंद किया गया था। सरकार ने ईद को ध्यान में रखते हुए राज्य में शांति बनाए रखने के उद्देश्य से यह आदेश दिया था। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन पर लगी रोक के दौरान राज्य में आतंकवादी गतिविधियों के साथ-साथ अपराध में भी भारी वृद्धि देखी गई।