गूगल की तरफ से आयोजित नेश्नल लेवल कोडिंग कॉम्पीटिशन को गुजरात की एक स्टूडेंट ने जीता है। बता दें कि उद्गम स्कूल की स्टूडेंट फ्रेया शाह ने इस प्रतियोगिता को जीता है। फ्रेया ने स्टूडेंट्स में बढते स्ट्रेस पर एक एप्लीकेशन तैयार किया था। वहीं इस एप्लीकेशन की सारी कोडिंग भी खुद फ्रेया ने ही की थी। गौरतलब है कि कोई भी वेबसाइट या एप्लीकेशन बनाने के लिए उसकी कोडिंग करना सबसे जरूरी होता है और ये आसान नहीं होता है। ऐसे में गूगल द्वारा आयोजित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता दसवीं क्लास की स्टूडेंट के लिए जीतना काफी बड़ी बात है।
आसान नहीं होती कोडिंग: फ्रेया की स्कूल कंप्यूटर टीचर कृपाली सांघवी के मुताबिक कोडिंग बच्चों के लिए बिलकुल भी आसान नहीं होती है। क्योंकि किसी भी एप्लीकेशन या वेबसाइट के हर कमांड को कोडिंग से ही सेट किया जाता है। ऐसे में कोडिंग के एक भी अक्षर गलत हो जाने का मतलब है कि एप्लीकेशन या वेबसाइट का या तो क्रेश होना या फिर वो ऑप्शन न काम करना। इसके साथ ही कोडिंग को लेकर कृपाली ने बताया कि अगर बचपन से ही कोडिंग सिखाई जाए तो ये बच्चों के बड़े होने पर काम आती है।
स्टूडेंट्स के स्ट्रेस से जुड़े सवाल: बता दें कि जो एप्लीकेशन फ्रेया ने तैयार किया है उसमें स्टूडेंट्स से स्ट्रेस से जुड़े सवाल पूछे जाएंगे जो उनकी रोजमर्रा की जिंदगी से जुड़े होंगे। वहीं सवालों के जवाबों पर ही स्टूडेंट्स का स्ट्रेस लेवल जज किया जाएगा। स्ट्रेस लेवल के मुताबिक छात्रों की काउंसलिंग की जाएगी। जानकारी के मुताबिक ये एप्लीकेशन जल्दी ही सभी के लिए उपलब्घ होगा।
यूट्यूब से सीखी कोडिंग: इस खिताब को जीतने के बाद फ्रेया ने कहा कि मुझे बचपन से ही एप्लीकेशन्स का शौक था। जिसके चलते मैंने यूट्यूब पर एप्लीकेशन की कोडिंग करना सीखा। इसके साथ ही मुझे स्कूल की तरफ से भी काफी सपोर्ट मिला। मैं पिछले साल भी इस कॉम्पीटिशन में गई थी। हालांकि तब मैं जीती नहीं थी। इस प्रतियोगिता की सबसे अच्छी बात है कि आपको नए नए आइडियों के बारे पता लगता है। ऐसे में मैंने स्टूडेंट्स के स्ट्रेस लेवल पर एप्लीकेशन बनाया और जीत गई।