तेलंगाना में भारतीय जनता पार्टी के विधायक ने शपथ लेने से इंकार कर दिया। प्रदेश में सत्ताधारी तेलंगाना राष्ट्रीय समिति (टीआरएस) ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन के विधायक मुमताज अहमद खान को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया है। इस कारण बीजेपी विधायक टी राजा सिंह ने शपथ लेने से मना कर दिया। उनका कहना है कि प्रोटेम स्पीकर हिंदू विरोधी हैं। राज्य की 119 विधानसभा सीट में में सिर्फ राजा सिंह ही बीजेपी के विधायक हैं। तीखे बयानों के लिए चर्चा में रहने वाले राजा सिंह ने कहा, ‘पूरी दुनिया जानती है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन की विचारधार हिंदू विरोधी है। यह पार्टी हिंदू भावनाओं का सम्मान नहीं करती। पार्टी के नेता हिंदुओं को खत्म करने की बात करते हैं। इस पार्टी का कोई नेता भारत माता की जय और वंदे मातरम नहीं बोलते’।
राजा सिंह ने कहा कि, ‘अगर वह भारत माता की जय और वंदे मातरम नहीं बोलने को तैयार हो जाते हैं तो मैं भी प्रोटेम स्पीकर के सामने शपथ ले लूंगा। राजा सिंह ने कहा, मुझे केवल ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिममीन से दिक्कत है। बाकी किसी से नहीं। हालांकि, मैं भारतीय जनता पार्टी का अकेला विधायक हूं। लेकिन मुझे निर्दलीय विधायको का भी समर्थन है। इसके अलावा दिसंबर चुनाव में जो विधायक हार गए, वह भी सपोर्ट में हैं’।
गोशमहल सीट से विधान सभा चुनाव लड़ने वाले राजा सिंह को 61854 वोट मिले थे, जबकि उनके बाद तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के प्रेम सिंह राठौर थे। उन्हें 44120 मत हासिल हुए। यानी राजा सिंह ने उन्हें 17734 वोटों के अंतर से मात दी। हैरत की बात है कि उनके खिलाफ लगभग भड़काऊ व नफरत फैलाने वाले भाषण देने के लगभग 60 मामले दर्ज हैं, फिर भी जनता ने उन्हें चुना। 2014 के चुनावों में भी उन्होंने जीत का स्वाद चखा था। तब उन्होंने 46770 वोटों के साथ कांग्रेस के एम.मुकेश गौड़ को हराया था। लोध ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत मंगलहाट डिविजन में पार्षद के तौर पर की थी। 2009 के निगम चुनावों में उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को हराया था।