तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव पर अल्पसंख्यक तुष्टीकरण का आरोप लगाने के एक दिन बाद ही हैदराबाद के गोशमहल से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक टी राजा सिंह लोध ने सोमवार (11 जून) को इफ्तार पार्टियां देने वाले नेताओं को ‘वोट के भिखारी’ कह दिया। एक वीडियो में राजा सिंह कहते हुए दिखाई दिए कि ”इन दिनों तेलंगाना में कई विधायक इफ्तार पार्टियां देने, सिर पर टोपियां पहनने और सेल्फी खिंचाने में व्यस्त हैं। उन्हें लगता है कि अगर उन्हें वोट बैंक की राजनीति करनी पड़ती है को उन्हें ‘सबका साथ सबका विकास’ के बारे में सोचना पड़ेगा। यह उनकी सोच है। वे जो उनके साथ (इफ्तार पार्टी में शामिल होने के लिए) बैठते हैं वे ‘वोट के भिखारी’ हैं। मेरी सोच अलग है।” राजा सिंह ने यह भी कहा कि हरी किताब भारत में आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार है और वह कभी उन लोगों के लिए न तो कभी इफ्तार पार्टी रखेंगे और न ही उसमें शामिल होंगे जो हिंदुओं को मारने की बात करते हैं।
मुस्लिम समुदाय पर सीधा हमला करते हुए और उस पर हिंदुओं का मारने का आरोप लगाते हुए बीजेपी विधायक ने कहा कि उनका धर्म अलग है जैसे कि हिंदुत्व हर किसी को सम्मान देना सिखाता है। उन्होंने आगे कहा कि कुछ धर्म और उनकी धाार्मिक किताबें हिंदुओं को काफिर बताकर मारने की बात सिखाती हैं। उन्होंने कहा कि वह उन लोगों के लिए कोई इफ्तार पार्टी कैसे रख या उसमें शामिल हो सकते हैं जो हिंदुओं के मारने की बात करते हैं। बीजेपी नेता ने कहा कि वह आतंकवाद फैलाने के लिए जिम्मेदार हरी किताब को बैन करवाकर रहेंगे। राजा सिंह ने कहा कि उनका अविभाजित हिंदू राष्ट्र का एक सपना है। सपनो की फेहरिस्त में उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण, देश में गौ हत्या पर प्रतिबंध और कश्मीरी पंडितों को फिर से बसाने को भी शामिल किया।
उन्होंने कहा कि जब दुनिया में 50 से ज्यादा मुस्लिम राष्ट्र हैं और 100 से ज्यादा ईसाई राष्ट्र है तो एकल हिंदू राष्ट्र क्यों नहीं हो सकता है? बता दें कि पूर्व में कई दफा भड़काऊ बयानबाजी करने को लेकर बीजेपी विधायक राजा सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं। राजा सिंह ने आरोप लगाया था कि तेलंगाना सरकार राज्य की बदहाल आर्थिक स्थिति के लिए केंद्र सरकार से मदद चाहती है लेकिन विकास से उलट वोट बैंक की राजनीति साधने के लिए इफ्तार पार्टी पर 66 करोड़ खर्च कर रही है। बीते दिनों राजा सिंह ने कहा था कि अगर 2019 तक अयोध्या में राम मंदिर नहीं बना तो वह पार्टी से इस्तीफा देखकर सड़क पर उतरकर इसके लिए लड़ाई लड़ेंगे।
#KCR wants aid from centre as state is in financial crisis but for appeasement of minorities #Telangana government is spending 66 Crores for #IftarParty Development over vote bank politics #Iftarpolitics@KTRTRS @TelanganaCMO pic.twitter.com/gDwwAk5hyM
— Raja Singh (Modi Ka Parivar) (@TigerRajaSingh) June 8, 2018