लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। लैंड फॉर जॉब मामले में तेज प्रताप को भी दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट का समन चला गया है। उनके अलावा लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी, अखिलेश्वर सिंह, हजारी प्रसाद राय, संजय राय, धर्मेंद्र सिंह, किरण देवी को भी कोर्ट का समन गया है, 7 अक्टूबर को इस मामले में सुनवाई होने वाली है।

पूरा मामला है क्या?

अब जानकारी के लिए बता दें कि जिस मामले में लालू परिवार को समन गया है, वो कई साल पुराना है। असल में लैंड फॉर जॉब केस 2004 से 2009 के बीच का है जब लालू प्रसाद केंद्रीय रेल मंत्री थे। आरोप यह है कि लालू प्रसाद ने पद पर रहते हुए परिवार को जमीन हस्तांतरित के बदले रेलवे में नौकरियां दिलवाईं। CBI ने यह भी आरोप लगाया है कि रेलवे में की गई भर्तियां भारतीय रेलवे के मानकों के दिशा निर्देशों के अनुरुप नहीं थीं। जांच में पता तो यह भी चला है कि लालू परिवार के सदस्यों के नाम पर पटना, मुंबई समेत अन्य शहरों में बेशकीमती जमीन लिखवाई गई। सीबीआई ने इस मामले में पिछले साल 18 मई को केस दर्ज किया था।

लैंड फॉर जॉब मामले में बढ़ सकती हैं लालू-राबड़ी की मुश्किलें

सीबीआई के साथ ईडी कर रही जांच

वैसे इस मामले में ईडी ने भी अपनी तरफ से केस दर्ज कर रखा है। अभी कोर्ट की तरफ से जो समन गए है, वो ईडी वाले केस में ही गए हैं। 7 अक्टूबर को इस मामले में अगली सुनवाई होने जा रही है। कहा गया है कि ईडी की सप्लीमेंट्री चार्जशीट के आधार पर ही आगे की सुनवाई इस केस में होने जा रही है। इस केस में नया अपडेट यही है कि अब तेज प्रताप भी को लपेट लिया गया है।

लालू के परिवार से किस-किस को समन?

अभी तक तो सिर्फ लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, राबड़ी देवी, मीसा भारत को पेशी के लिए बुलाया गया था। लेकिन अब दावा यह हुआ है कि तेज प्रताप को भी कोर्ट ने पेश होने के लिए कहा गया है, उन्हें इस केस में समन गया है। अभी तक तेज प्रताप की तरफ से इस मामले को लेकर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है। लालू यादव या फिर तेजस्वी ने भी बयान जारी नहीं किया है। यह अलग बात है कि आरजेडी समय-समय पर इसे राजनीति से प्रेरित बताती रहती है।