Target Killings in Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में टॉरगेट किलिंग का मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। शोपियां जिले में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक कश्मीरी पंडित सुनील कुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी और उनके भाई को घायल कर दिया था। जिसके बाद कश्मीरी पंडितों के सब्र का बांध टूट गया। जम्मू में बुधवार (17 अगस्त, 2022) को कश्मीरी पंडित कर्मचारियों और कश्मीरी पंडित परिवारों ने टॉरगेट किलिंग के विरोध में सरकार के खिलाफ माथे पर काली पट्टियां बांधकर और हाथों में तिरंगा झंडा लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। कश्मीर पंडितों ने इस दौरान सरकार से कई मांगें रखीं।

मोदी सरकार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी पंडितों ने कहा कि हमारा ट्रॉसफर जम्मू करो, हाई अथॉरिटीज के बच्चों को कश्‍मीर भेजो। उन्होंने कहा कि वहां ड्यूटी देना बनता ही नहीं है। आए दिन टॉरगेट किलिंग हो रही हैं। कश्मीरी पंडित ने कहा कि 30 साल पहले भी हम ऐसे ही थे और आज भी वैसे ही हैं। हम चाहते हैं कि हम सभी को जम्मू डिस्ट्रिक में ट्रांसफर कर दिया जाए।

कश्मीरी पंडितों ने कहा कि सरकार ने हम लोगों को सुरक्षा देने का वादा किया था, लेकिन सुरक्षा कहां है। लगातार टॉरगेट किलिंग हो रही हैं। अभी बड़गाम, कुलगाम और कल शोपियां में टॉरगेट किलिंग हो गई। यह सरकार को बहुत बड़ा फेलियर है।

विरोध-प्रदर्शन कर रहे एक अन्य कश्मीर पंडित से जब सवाल पूछा गया कि टॉरगेट किलिंग रुक नहीं रही है। इसके जवाब में उसने कहा कि टॉरगेट किलिंग रुकेगी भी नहीं। मैंने पहले ही बोला है कि जो भी हाई अथॉरिटीज के बच्चे हैं, उनको पहले कश्मीर भेजो। जब इनका एक बच्चा जान से हाथ धोएगा, तब खुद न खुद टॉरगेट किलिंग रुक जाएगी। उसने कहा कि जिसके घर का सदस्य मारा जा रहा है। उस पर बीत रही है। इन लोगों को क्या पता चलेगा, जो लोग अपने घरों में एसी रूम में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि एलजी अपनी कुर्सी पर बैठे हैं, उनको आज ही अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।

कश्मीरी पंडित ने कहा कि बीजेपी के नेता जो संसद में बोलते हैं कश्मीर में सब अच्छा हो गया तो वो अपने बच्चों को वहां क्यों नहीं पढ़ने भेजते। कश्मीर पंडित ने कहा कि संसद में इसको अनिवार्य कर दो कि हर परिवार से एक बच्चा कश्मीर में पढ़ने जाएगा, जो ये यूएस बगैरा भेजते हैं

सिक्योरिटी को लेकर कश्मीरी पंडित ने कहा कि जब कश्मीर पंडित को सुरक्षा नहीं मिल सकती तो कश्मीर के प्रशासनिक अधिकारियों की भी सुरक्षा को हटाया जाए।

वहीं एक अन्य कश्मीरी पंडित ने कहा कि हम अपनी मांग को लेकर शांति पूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं। हम पहले ही कह चुके हैं कि कश्मीर के हालात ठीक नहीं हैं। जिसको न प्रशासन मानता है और न ही सुनता है।