लोकसभा उपाध्यक्ष एम थंबीदुरई ने अन्नाद्रमुक महासचिव पद के लिए शशिकला के नाम का समर्थन किया है। इसके एक ही दिन पहले तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने कहा था कि वी के शशिकला को पार्टी की बागडोर संभाल लेनी चाहिए। थंबीदुरई ने कहा कि शशिकला दिवंगत जे जयललिता को पार्टी मामलों और शासन के बारे में सुझाव दिया करती थीं। उन्होंने शशिकला से अनुरोध किया कि वह अन्नाद्रमुक की कमान संभाल लें। उन्होंने कहा, ‘‘इस मोड़ पर जब माननीय अम्मा (जयललिता) हमारे बीच नहीं हैं, सम्माननीय चिनम्मा (शशिकला) इकलौती ऐसी व्यक्ति हैं जो अन्नाद्रमुक का नेतृत्व करने में सक्षम हैं, जिनके पास अनुभव है।’’ उन्होंने कहा कि शशिकला बीते 35 वर्षों से जयललिता के साथ थीं और उन्होंने कई बलिदान दिए हैं। अन्नाद्रमुक के प्रचार सचिव थंबीदुरई ने एक वक्तव्य में कहा, ‘‘राजनीतिक शत्रुता के कारण चिनम्मा के खिलाफ झूठे मामले लगाए गए, चिनम्मा को जेल भी जाना पड़ा, उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा। इन संघर्षों के दौरान चिनम्मा ने अम्मा की रक्षा की।’’ उन्होंने कहा, ‘‘पार्टी प्रशासन और शासन के बारे में चिनम्मा ने अम्मा को महत्वपूर्ण सुझाव दिए।’’
थंबीदुरई ने कहा कि जब भी ‘‘उनके जैसे लोग’’ चुनाव के दौरान या महत्वपूर्ण फैसलों पर मार्गदर्शन लेने जयललिता के पास जाते थे तब वह उन्हें शशिकला के पास भेज देती थीं और कहती थीं कि हम उसने सलाह लें और उसका पालन करें। उन्होंने कहा कि कठिन समय में शशिकला, जयललिता के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहीं। थंबीदुरई ने कहा, ‘‘मैं और पार्टी के सभी कार्यकर्ता हाथ जोड़कर चिनम्मा से पूरे दिल से निवेदन करते हैं वह 1.5 करोड़ पार्टी कार्यकर्ताओं और तमिलनाडु की रक्षा के लिए अन्नाद्रमुक पार्टी की कमान संभालने के हमारे अनुरोध को स्वीकार करे।’’
अपने आखिरी दिनों में जयललिता अपने परिवार के सदस्यों से नहीं जुड़ी रहीं। उनके परिवार के ज्यादातर सदस्यों के बारे में किसी को कोई जानकारी नहीं है। शशिकला और उनके परिवार के अन्य सदस्य ही जयललिता के नजदीक थे। शशिकला का जन्म 1957 में हुआ था। उनके चार भाई और एक बहन थी। उनका परिवार रईस नहीं था, मगर वे प्रभावी कल्लर समुदाय से आते हैं।
शशिकला एक वीडियो-टेप दुकान चलाती थीं और वह जयललिता द्वारा अटेंड की जाने वाली शादियों की रिकार्डिंग करती थीं। जल्द ही वह जयललिता के करीबी लोगों में शुमार हो गईं। 59 साल की शशिकला जयललिता के साथ उनके 50 करोड़ के बंगले में रहीं, मगर उनके पास एआईएडीएमके में कोई आधिकारिक पद नहीं है।

