नल्लाथांबी कलाईसेल्वी वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की पहली महिला महानिदेशक बनी हैं। वह शेखर मांडे की जगह लेंगी, जो अप्रैल में सेवानिवृत्त हुए थे। लिथियम-आयन बैटरी के क्षेत्र की दुग्गज वैज्ञानिक कलाइसेल्वी तमिलनाडु के कराईकुडी में स्थित रासायनिक अनुसंधान संस्थान की निदेशक हैं। वो CSIR सचिव का भी काम देखेंगी।
तमिलनाडु के तिरुनेलवेली जिले की निवासी कलाईसेल्वी ने अपनी स्कूली शिक्षा तमिल माध्यम से की। उन्होंने इलेक्ट्रिक मोबिलिटी के लिए राष्ट्रीय मिशन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके पास 125 से अधिक शोध पत्र और छह पेटेंट हैं। शनिवार को जारी एक आदेश के अनुसार वह शेखर मांडे का स्थान लेंगी। मांडे के सेवानिवृत्त होने के बाद जैवप्रौद्योगिकी विभाग के सचिव राजेश गोखले को सीएसआईआर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
कलाइसेल्वी ने सीएसआईआर में अपनी नौकरी की शुरुआत करते हुए संस्थान में अच्छी-खासी साख बनाई। यही वजह है कि वह इस अनूठी उपलब्धि को हासिल कर सकीं। फरवरी 2019 में सीएसआईआर-सीईसीआरआई का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं। उन्होंने इसी संस्थान में प्रवेश स्तर के वैज्ञानिक के तौर पर अनुसंधान में अपना करियर शुरू किया था।
CSIR विविध विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्रों में अपने अत्याधुनिक अनुसंधानों के लिए जाना जाता है। सीएसआईआर के पास 37 राष्ट्रीय प्रयोगशालाओं, 39 आउटरीच केंद्रों, 3 नवाचार परिसरों का बेहतरीन नेटवर्क है। सीएसआईआर समुद्र विज्ञान, भूभौतिकी, रसायन, दवाओं, जीनोमिक्स, जैव प्रौद्योगिकी और नैनो प्रौद्योगिकी से लेकर खनन, वैमानिकी, इंस्ट्रूमेंटेशन, पर्यावरण इंजीनियरिंग और सूचना प्रौद्योगिकी तक विज्ञान और प्रौद्योगिकी के व्यापक स्पेक्ट्रम को कवर करता है।
सिमागो इंस्टीट्यूशंस रैंकिंग वर्ल्ड रिपोर्ट 2021 के अनुसार, सीएसआईआर दुनिया भर के 1587 सरकारी संस्थानों में 37 वें स्थान पर है। यह शीर्ष 100 वैश्विक सरकारी संस्थानों में एकमात्र भारतीय संगठन है। सीएसआईआर एशिया में 7 वां रैंक रखता है। यह पर्यावरण, स्वास्थ्य, पेयजल, भोजन, आवास, ऊर्जा, कृषि और गैर-कृषि क्षेत्रों में शोध करता है। विज्ञान व प्रौद्योगिकी मानव संसाधन विकास में सीएसआईआर की भूमिका उल्लेखनीय है।