तमिलनाडु के तूतिकोरिन में पुलिस कस्टडी में हुई दो लोगों की मौत की जांच क्राइम ब्रांच सीआईडी- सीबीसीआईडी को सौंपी जा चुकी है। इस मामले में गुरुवार को ही चार पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हुई। जिन लोगों को अरेस्ट किया गया, उनमें इंस्पेक्टर श्रीधर भी शामिल हैं, जिन पर कस्टडी के दौरान बाप-बेटे को पीटने का भी आरोप है।

इससे पहले बुधवार को सब-इंस्पेक्टर रघु गणेश को गिरफ्तार किया गया था। अब तक कुल 5 पुलिसकर्मियों- एक इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर और तीन कॉन्स्टेबलों को इस मामले में अरेस्ट किया जा चुका है। पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी पर गुरुवार को शांताकुलम में लोगों ने घरों से बाहर निकल कर पटाखे फोड़े और जश्न मनाया।

गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों ने 19 जून को शांताकुलम से पी जयराज (59) और उनके बेटे जे बेनिक्स (31) को गिरफ्तार किया था और उन्हें कोविलपट्टी की जेल में रखा था। दोनों पर शांताकुलम के मुख्य बाजार में कर्फ्यू के बावजूद मोबाइल की दुकान खुली रखने का आरोप था। पुलिस ने कस्टडी के दौरान कथित तौर पर जयराज और बेनिक्स को टॉर्चर किया। 22 जून को उन्हें गंभीर हालत में कोविलपट्टी के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां बेटे ने उसी रात दम तोड़ दिया। जबकि जयराज की मौत 23 जून को हुई थी।

इस मामले में अब तक सिर्फ एक महिला पुलिसकर्मी चश्मदीद गवाह है। उसने मामले की जांच करने वाले ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट को बताया कि जयराज और बेनिक्स को 19 जून की रात को बेतहाशा पीटा गया। पुलिसकर्मियों की लाठी और मेज पर उनके खून के निशान थे। इसके बाद राज्य सरकार ने महिला हेड कॉन्सटेबल को पूरी सुरक्षा मुहैया कराने की बात कही है।