गोवा के ऑर्ट और कल्चर मिनिस्टर गोविंद गौडे ने बुधवार को एक अटपटा बयान दे दिया। इस बयान में उन्होंने कहा, “शाहजहां ने ताजमहल के निर्माण के लिए टेंडर नहीं निकाला था।” दरअसल पणजी में प्रतिष्ठित कला अकादमी भवन के रेनोवेशन (नवीनीकरण) कार्य के लिए बिना टेंडर निकाले ही बजट आवंटित कर दिया गया। इस बात को लेकर गोवा फॉरवर्ड पार्टी के विधायक विजय सरदेसाई ने सवाल खड़े किए। इसके जवाब में गोविंद गौडे ने अपने विभाग के बचाव में ये बयान दिया।

गोवा विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौडे ने गोवा फारवर्ड पार्टी के विजय सरदेसाई को जवाब देते हुए ये बयान दिया। आपको बता दें कि गोवा की राजधानी पणजी में कला अकादमी भवन के नवीनीकरण के लिए 49 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। ये बजट पीडब्ल्यूडी के नियमों का उल्लंघन करके दिया गया है। इस पर विजय सरदेसाई ने सवाल खड़ा कर ये जानना चाहा है कि आदेश आवंटित किए जाने के दौरान विभाग की प्रक्रियाओं को दरकिनार क्यों किया गया?

कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद गौडे ने किया बचाव
अपने विभाग के बचाव में गोविंद गौडे ने ताजमहल और शाहजहां का उदाहरण देते हुए कहा था, “ताजमहल 390 सालों से ठीक वैसा ही दिखाई दे रहा है जैसा कि वो नया बना था। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शाहजहां ने इसके निर्माण के लिए टेंडर नहीं जारी किया था।” मंत्री ने आगे बताया, उनके सहयोगियों ने निश्चित तौर पर आगरा का ताजमहल देखा ही होगा। जिसका निर्माण साल 1632 में शुरू हुआ और 1653 में इसका काम पूरा हुआ लेकिन आज भी यह सुंदर दिखाई देता है।”

गोवा फारवर्ड पार्टी के विधायक ने उठाए सवाल
आपको बता दें कि GPF MLA विजय सरदेसाई ने इस कला एवं संस्कृति मंत्री पर इस बात का आरोप लगाया है कि विभाग ने केन्द्रीय लोक निर्माण विभाग की नियमावली का उल्लंघन करके नवीनीकरण का कार्य टेकटन बिल्डकॉन्स प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित किया है। आपको बता दें कि ताजमहल मुगल बादशाह शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल की याद में बनावाया था।