Bhupesh baghel vs TS Singh Deo: छत्तीसगढ़ में कांग्रेस में चल रही अंदरूनी खींचतान अब अगले पड़ाव पर जाती हुई दिखाई दे रही है। सोमवार को अचानक टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक उन्हें आलाकमान द्वारा फोन करके बुलाया गया है। जिस वक्त उनके पास फोन आया वह एक विभागीय मीटिंग में व्यस्त थे। एकाएक दिल्ली के लिए रवाना होते ही छत्तीसगढ़ के सियासी गलियारे में कयासबाजी तेज हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछली मीटिंग के बाद देव दिल्ली से रायपुर लौटे थे तो उन्होंने परिवर्तन के संकेत दिए थे। टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) ने कहा था कि दुनिया में एक ही चीज है स्थायी है और वह है परिवर्तन।

‘मामला जनता के सामने’ : स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंह देव (TS Singh Deo) ने कहा था कि मीडिया में चर्चा ए चलने के बाद मामला पूरी तरह से खुल गया है। अब यह मामला जनता के बीच में है। हाईकमान ने चर्चा के लिए मुझे दिल्ली बुलाया था। मुझे लगता है स्थाई फैसला अब और नजदीक आ चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में जो भी फैसला होगा वह सभी के सामने आ जाएगा।

पार्टी नेताओं के बीच चली लंबी चर्चा: पंजाब की तरह छत्तीसगढ़ भी कांग्रेस आलाकमान के लिए सिरदर्द बना हुआ है। ढाई-ढाई साल तक मुख्यमंत्री के फार्मूले को लेकर भूपेश बघेल और टीएस देव में तनातनी की स्थिति पैदा हो गई थी। जिसको लेकर रायपुर से लेकर दिल्ली तक मंथन का दौर देखने को मिला। पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बघेल और राज्य के अन्य नेताओं के बीच लंबी चर्चा हुई थी।

17 जून को देव के समर्थकों ने तेज की मांग: आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले 17 जून को भूपेश बघेल ने बतौर मुख्यमंत्री ढाई साल का कार्यकाल पूरा कर लिया था। इस तारीख के बाद से ही देव (TS Singh Deo) समर्थकों के तरफ से राज्य में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की जा रही थी।

बीजेपी अपनी रणनीति बनाने में जुटी: कांग्रेस में जारी इस उथल पुथल के बीच बीजेपी ने 2023 के विधानसभा चुनावों की तैयारी शुरू कर दी है। मंगलवार से पार्टी के नेता बस्तर में एक चिंतन शिविर में जुटेंगे, यहां कांग्रेस की कमजोर कड़ियों को जोड़कर 2023 की रणनीति तैयार की जाएगी।