स्थानीय लोगों की इच्छा के खिलाफ खोले गए 11 शराब दुकानों को बंद करने की मांग करते हुए स्वराज अभियान ने रविवार (21 अगस्त) को दिल्ली सरकार पर हमला तेज करते हुए कहा कि वह संस्कृति मंत्री कपिल मिश्रा के निर्वाचन क्षेत्र में इस तरह की एक दुकान के खिलाफ जन सुनवाई करेगा। पलटवार करते हुए मिश्रा ने कहा कि आप से निष्कासित किए गए प्रशांत भूषण और योगेंद्र यादव द्वारा शुरू स्वराज अभियान उनका ‘अनुसरण’ कर रहा है क्योंकि वह भी 28 अगस्त को मुद्दे पर मोहल्ला सभा करने की योजना बना रहे हैं और यह ‘हताशा में उठाया गया कदम’ है।
रविवार (21 अगस्त) को संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भूषण ने 11 दुकानों की सूची जारी की और तुरंत सभी को बंद करने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर उन्होंने कहा कि स्वराज अभियान शहर भर में अभियान चलाएगा। उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली सरकार ने शराब की दुकानों के खुलने पर सालभर की रोक ही क्यों लगाई और क्या एमसीडी तथा पंजाब चुनाव हो जाने पर एक साल बाद फिर उन्हें फिर खोल दिया जाएगा। भूषण ने कहा, ‘अगर दिल्ली सरकार लोगों की सच्ची मांग पर ध्यान नहीं देती तो आम आदमी पार्टी के कपट को उजागर करने के लिए राज्यव्यापी अभियान चलाया जाएगा और जनदबाव भी बनाया जाएगा।’
उन्होंने 23 अगस्त को करावल नगर में शराब दुकान पर जनसुनवाई करने की भी घोषणा की। स्वराज अभियान के मीडिया प्रभारी अनुपम ने कहा, ‘चूंकि मोहल्ला सभा को निकट भविष्य में विधायी प्राधिकार नहीं मिलने वाला तो क्या सरकार इन दुकानों को जल्द बंद करेगी।’ उन्होंने आप सरकार पर स्वराज विधेयक को पारित कराने में दिलचस्पी नहीं लेने का आरोप लगाया।