तृणमूल कांग्रेस से निलंबित विधायक स्वपन कांती घोष ने गुरुवार को राजनीति से संन्यास लेने की घोषणा की। हालांकि वे अगले वर्ष के आरंभ तक विधायक के रूप में अपना काम करते रहेंगे। घोष ने यहां कहा, बतौर नेता और विधायक अपनी असफलता को देखते हुए मैंने आज राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है।
मैं वह नहीं कर सका जो विधानसभा क्षेत्र के लोग मुझसे चाहते थे। मुझे लोगोंं का प्यार मिला। लेकिन मेरे कार्यकाल में उन्होंने कोई बदलाव महसूस नहीं किया। हालांकि उन्होंने कहा कि वे फिलहाल विधायक पद से इस्तीफा नहीं दे रहे हैं। घोष ने कहा, अगर मैं अभी इस्तीफा दे दूंगा तो मेरे विधानसभा क्षेत्र के लोगों को काम कराने में दिक्कत होगी और उन्हें दूसरी जगहों पर भागना पड़ेगा।
मैं किसी भी पार्टी संबंधी गतिविधियों के लिए उपलब्ध नहीं रहूंगा, लेकिन अपने क्षेत्र के विकास के लिए अगले वर्ष तक विधायक के रूप मे काम करता रहूंगा।
तृणमूल कांग्रेस शासित सुरी नगरपालिका में पेयजल सहित केंद्रीय योजनाओं के लिए मिली 10.36 करोड़ रुपए की राशि की चोरी के विरोध में प्रदर्शन के बाद पार्टी ने 25 फरवरी को घोष को निलंबित कर दिया था।
यह पूछने पर कि क्या निलंबन के कारण वे राजनीति छोड़ रहे हैं, उन्होंने नकारात्मक उत्तर दिया। उन्होंने कहा, अगर मैं चाहता तो किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल हो सकता था।
लेकिन अब मेरा किसी राजनीतिक दल में विश्वास नहीं रहा। उन्होंने कहा कि अब उन्हें राजनीति में अच्छा नहीं लगता। घोष ने कहा, मुझे कुछ मानसिक समस्याएं थीं, और अन्य दिक्कतें जैसे मधुमेह और रक्तचाप है। अब चीजें सही हो जाएंगी।
