Padma Awards: गणतंत्र दिवस (Republic Day) की पूर्व संध्या पर पद्म पुरस्कारों का ऐलान किया गया। बुधवार को एक आधिकारिक बयान में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) को मरणोपरांत पद्म विभूषण (Padma Vibhushan) देने का ऐलान किया गया। उन्हें देश के दूसरे सर्वोच्च सम्मान पद्मविभूषण से सम्मानित किया जाएगा। जिसके बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने इसे नेताजी का अपमान बताया है।
Mulayam Singh Yadav को मरणोपरांत पद्म विभूषण
सपा संरक्षक को मरणोपरांत पद्म विभूषण देने के ऐलान के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने चौंकाने वाला बयान दिया है। स्वामी प्रसाद मौर्य ने नेताजी को पद्म विभूषण दिए जाने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “भारत सरकार ने नेताजी मुलायम सिंह यादव को मरणोपरांत पद्म विभूषण पुरस्कार देकर, नेताजी के व्यक्तित्व, कृतित्व एवं राष्ट्र के प्रति किये गये योगदान का उपहास उड़ाया है। यदि नेताजी को सम्मान देना ही था तो भारत रत्न के सम्मान से सम्मानित करना चाहिए था।”
वहीं, दूसरी ओर राम चरित मानस विवाद पर मौर्य ने कहा कि मैं अपने बयान पर पहले की तरह कायम हूं।
शिवपाल यादव ने की Bharat Ratna की मांग
नेताजी के भाई शिवपाल यादव ने मुलायम सिंह यादव को पद्म विभूषण मिलने पर खुशी जताई। साथ ही उन्होंने सरकार से मांग उठाई कि मुलायम सिंह को भारत रत्न मिलना चाहिए। शिवपाल यादव ने कहा, “उन्होंने किसानों, गरीबों की आवाज को बुलंद किया है इसलिए नेताजी को पद्म विभूषण मिला है। कार्यकर्ताओं, जनता की मांग है तो उसे पूरा किया जाना चाहिए और मुलायम सिंह को भारत रत्न मिलना चाहिए।
Samajwadi Party ने किया सरकार के फैसले का स्वागत
वहीं, मैनपुरी से सांसद और मुलायम सिंह यादव की बड़ी बहू डिंपल यादव ने नेताजी को पद्म विभूषण पुरस्कार मिलने पर कहा था कि जिस तरह नेताजी का कद था, उसे देखते हुए उन्हें पहले ही भारत रत्न मिल जाना चाहिए था। मेरा सरकार से अनुरोध है कि नेताजी को भारत रत्न मिले। वहीं, नेताजी की छोटी बहू अपर्णा यादव ने मुलायम सिंह को पद्म विभूषण मिलने के प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा था, “भारत सरकार द्वारा देश के पूर्व रक्षामंत्री और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय मुलायम सिंह यादव, पूजनीय पिता जी को पद्म भूषण पुरस्कार से विभूषित किए जाने पर प्रधानमंत्री के नेतृत्व में केंद्र सरकार के इस निर्णय का स्वागत करती हूं।”