Sukhbir Singh Badal: पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) में हार के बाद शिरोमणी अकाली दल (Shiromani Akali Dal) कट्टरपंथियों के साथ अपनी नजदीकियां बढ़ा रहा है। रविवार को शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल (Sukhbir Singh Badal) पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Former PM Indira Gandhi) के हत्यारों में से एक सतवंत सिंह के घर गए थे। उनकी इस यात्रा को शिअद की कट्टर पंथिक राजनीति की तरफ मुड़ने के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है।
जरनैल सिंह भिंडरवाले के घर भी पहुंचे थे सुखबीर सिंह बादल
पिछले साल 15 नवंबर को सुखबीर ने चरमपंथी जरनैल सिंह भिंडरवाले के पोते की शादी में शिरकत की थी। इस दौरान उन्होंने भिंडरवाले की तारफ करते हुए कहा था कि उनके बलिदान को समझाने के लिए शब्द नहीं हैं। वहीं, कुछ साल पहले शिअद ने खालिस्तानियों के खिलाफ पूरे पंजाब में सद्भावना रैलियां आयोजित की थीं। ये रैलियां न सिर्फ अमृतसर में बादल विरोधी सिख निकायों द्वारा गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के खिलाफ प्रतिक्रिया थी, बल्कि शिअद द्वारा खुद को राष्ट्रवादी पार्टी के रूप में पेश करने का भी एक प्रयास था। बीजेपी के साथ गठबंधन की सरकार में शिअद ने सरबत खालसा ऑर्गेनाइजर के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।
सिमरनजीत सिंह मान और बलजीत सिंह के साथ भी नजर आए थे सुखबीर
बीजेपी-शिअद सरकार में सुखबीर पंजाब के गृह मंत्री थे उस समय सरबत खालसा में भाग लेने के बाद अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान और बलजीत सिंह दद्दूवाल पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया था।
वहीं, सुखबीर सिंह बादल को पिछले साल 19 मई को अकाली दल (अमृतसर) के अध्यक्ष सिमरनजीत सिंह मान और बलजीत सिंह दद्दूवाल के साथ शिरोमणि गुरुद्वारा द्वारा आयोजित एक सभा में बैठे देखा गया था। यह बैठक सिख राजनीतिक कैदियों की रिहाई के मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शिरोमणी प्रबंधक समिति (SGPC) ने अमृतसर में अपने मुख्यालय में आयोजित की थी।
शिअद नेता प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल लंबे समय तक इंदिरा गांधी के हत्यारे सतवंत सिंह और उनसे जुड़े कार्यक्रमों से दूरी बनाए रखते थे। अब सुखबीर का यह कदम पंजाब की राजनीति में हलचल की ओर इशारा कर रहा है।