सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के नेता और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश राजभर इन दिनों फिर चर्चा में हैं। वह मीडिया में अपने बयानों और गतिविधियों के लिए अक्सर चर्चा में रहते हैं। कुछ दिन पहले वे समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से नाराज चल रहे थे, बाद में सपा मुखिया ने उन्हें खुद से अलग कर दिया। बाद में वे भाजपा की तरफ जाते दिखे। राष्ट्रपति चुनाव में भी वे एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मूर्मू के समर्थन में वोट दिए थे। इसके अलावा उनकी कई बार सीएम योगी आदित्यनाथ से भी मुलाकात हुई तो कई तरह की अटकलें लगाई जाने लगी हैं। अब वह फिर भाजपा के खिलाफ बयान देने लगे हैं तो नई अटकलें लगाई जा रही हैं।
गुरुवार को उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश 25 करोड़ की आबादी वाला राज्य है। पहले यह कृषि प्रधान देश था, अब जाति प्रधान देश बन गया है। इसलिए अब हम जातियों से गठबंधन शुरू किए हैं। जिन जातियों को आजादी के बाद अब तक हिस्सा नहीं मिला, सरकारें बनाने वालों ने सरकारें बनाईं, उनका वोट लिया, लेकिन आज मऊ जनपद में खोजेंगे तो नाई का, गोंड़ का, पाल का, प्रजापति का, चौहान का, केवट का, बिंद का, मल्लाह का, राजभर का बेटा किसी थाने पर दरोगा नहीं मिलेगा, सिपाही नहीं मिलेगा। आज इनके विषय में इनको जागृत करने का काम इनको साथ जोड़ करके आगामी तैयारी में हम लोग लगे हैं।”
अपनी सुरक्षा पर बोले- गृह विभाग की रिपोर्ट पर बढ़ी
अपनी सुरक्षा बढ़ाए जाने के सवाल पर ओम प्रकाश राजभर बोले, “नौ बार हमले हुए हैं, यह गृह विभाग की रिपोर्ट है। जो लोग नहीं चाहते हैं कि अतिपिछड़े और अति दलित को हिस्सा मिले, वे लोग ऐसे खुराफात करते रहते हैं।”
कहा, “नौ एफआईआर हुए, जिसमें हमने प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, रक्षामंत्री और मुख्यमंत्री सबको पत्र लिखा कि इस तरह की घटनाएं हो रही हैं। उस पर डेढ़ महीने पहले ही सुरक्षा के लिए अनुमति दे दी गई थी।”
बताया, “उसको अब दूसरी चीजों से लोग जोड़ें तो हम लोग क्या कर सकते हैं। अब जैसे राम गोपाल यादव सीएम योगी आदित्य नाथ से मिले हैं अपनी समस्या को लेकर तो उस पर लोग बाल की खाल निकाल रहे हैं तो हम क्या करें।”