UP News: दशहरा के मौके पर देर शाम गोंडा शहर के एक इलाके में काफी तनाव का माहौल पैदा हो गया। दुर्गा मूर्ति विसर्जन के लिए जाते समय दो पक्षों के बीच में पथराव हो गया। इससे लोगों में भारी गुस्सा फैल गया। हालांकि, घटना की जानकारी मिलने के बाद में इलाके को पुलिस बल और पीएसी के जवानों ने छावली में बदल दिया। एसपी ने खुद मौके पर पहुंचकर गुस्साए लोगों को समझाया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सोनार गली मोहल्ले की दुर्गा मूर्ति शहर से खैरा भवानी मंदिर के पोखरे में विसर्जन के लिए ले जाई जा रही थी। उसी समय कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव कर दिया। जिस समय मूर्ति विसर्जन करने जा रहे थे तो अंधेरा हो चुका था। पुलिस को लोगों को हटाने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस अधिकारी मनोज पाठक ने बताया कि हालात पर काबू पा लिया गया है। इतना ही नहीं उन्होंने यह भी बताया कि कुछ भ्रम की स्थिति पैदा हो गई थी। हालाकि, पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मोर्चा संभाल लिया। दुर्गा मूर्ति को विसर्जित करवाने के लिए रूट में बदलाव किया गया।
पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस अधिकारी ने कहा कि मूर्ति के विसर्जन विवाद में तीन लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके अलावा इन दोनों पक्षों की तरफ से एक-एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया और उनसे पूछताछ की गई। हालांकि, उन्हें बाद में छोड़ दिया गया। उन्होंने कहा कि हिरासत में लिए गए लोगों से कई सारे सवाल किए गए, जैसे कि दुर्गा मूर्ति के विसर्जन में अड़चन क्यों पैदा की गई। इतना ही नहीं पुलिस कई और भी लोगों से पूछताछ कर रही है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि हर लेवल पर जांच की जा रही है। माहौल बिगाड़ने वालों पर सख्त एक्शन लिया जाएगा।
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रेहड़ी-पटरी वालों का काफी नुकसान
एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि गोंडा नगर में माहौल खराब करने वाले असामाजिक तत्वों ने सड़क के किनारे लगने वाली रेहड़ी-पटरी को पलट दिया था। इसके बाद इसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया गया। पुलिस के सही टाइम पर मोर्चा संभालने के बाद में असामाजिक तत्वों अपने काम में सफल नहीं हो पाए। हालांकि, रेहड़ी-पटरी वालों का भारी नुकसान हो गया। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
