बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी गुजरात में बने स्टैचू ऑफ यूनिटी को देखने के लिए मंगलवार को पहुंचे। हालांकि, उन्हें उस वक्त थोड़ी परेशानी उठानी पड़ी, जब वह कुछ देर के लिए प्रतिमा की लिफ्ट में फंस गए। घटना के वक्त उनके साथ गुजरात के ऊर्जा मंत्री सौरभ पटेल और कई शीर्ष अधिकारी भी थे। दरअसल, डिप्टी सीएम और बाकी वीआईपी लोग स्टैचू में बनी गैलरी को देखना चाह रहे थे। ज्यादा वजन की वजह से लिफ्ट कुछ देर के लिए रुक गई।

एक अंग्रेजी अखबार में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, घटनास्थल पर गुजरात मेरीटाइम बोर्ड के वाइस चेयरमैन और सीईओ मुकेश कुमार भी मौजूद थे। मुकेश ने बताया कि घटना की वजह ओवरलोडिंग थी। जैसे ही कुछ लोग लिफ्ट से बाहर निकले, यह दोबारा काम करना शुरू कर दिया। मुकेश के मुताबिक, यह समस्या महज एक मिनट में ही खत्म हो गई। बता दें कि 31 अक्टूबर को पीएम नरेंद्र मोदी ने 182 मीटर ऊंची सरदार पटेल की मूर्ति स्टैचू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन किया है।

उधर, गुजरात दौरे पर पहुंचे डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने राज्य में हिंदीभाषी कामगारों पर हुए हमलों के मामले को लेकर कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकुर को निशाने पर लिया। मोदी ने कहा कि देशवासियों को भारत के किसी भी हिस्से में रोजगार का अधिकार है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि गुजरात में हमलों के बाद अल्पेश ठाकुर की बिहार जाने की हिम्मत नहीं है। हालांकि, ठाकुर ने यह कहते हुए पलटवार किया है कि सुशील मोदी वोट पाने के लिए समाज को बांटने की ‘गंदी राजनीति’ कर रह हैं। बता दें कि कुछ दिनों पहले गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हमलों की घटनाएं सामने आयीं थी, जिसके बाद बड़ी संख्या में उत्तर भारतीय लोगों ने गुजरात छोड़ दिया था। इस हिंसा के पीछे अल्पेश ठाकोर की अध्यक्षता वाली ठाकोर सेना का नाम सामने आया था। हालांकि बाद में अल्पेश ठाकोर ने इससे इंकार किया था।