दि आर्ट ऑफ लिविंग (एओएल) फाउंडेशन ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के निर्देश पर दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के पास 4.75 करोड़ रुपए मुआवजा जमा कर दिया है। इस न्यायाधिकरण ने मार्च में ‘विश्व संस्कृति उत्सव’ के दौरान यमुना की जैव विविधता को नुकसान पहुंचाने के लिए एओएल को यह मुआवजा देने को कहा था। श्री श्री रवि शंकर के आर्ट ऑफ लिविंग ने तीन जून को एक डिमांड ड्राफ्ट के जरिए डीडीए के पास पर्यावरण मुआवजा जमा कर दिया।
डीडीए के वकील कुश शर्मा ने बताया, ‘आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन ने राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों के मुताबिक तीन जून को 4.75 करोड़ रुपए का डिमांड ड्राफ्ट सौंपा है।’ इस हरित अधिकरण ने तीन जून को जल संसाधन मंत्रालय के सचिव शशि शेखर की अध्यक्षता वाली विशेषज्ञ समिति को यमुना के तट पर उस जगह का 10 जून से पहले निरीक्षण करने का निर्देश दिया था जहां यह तीन दिवसीय उत्सव आयोजित किया गया था। साथ ही उसने 4 जुलाई तक एक सीलबंद लिफाफे में एक ‘संपूर्ण व व्यापक’ रिपोर्ट भी सौंपने को कहा था।

