श्रीलंकाई नौसेना ने अपने समुद्री सीमा क्षेत्र में दाखिल होने के आरोप में 8 भारतीय मछुआरों को पकड़ लिया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि ये मछुआरे तमिलनाडु के पुडुकोट्टई के निवासी हैं। मत्स्य विभाग का कहना है कि श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों को सोमवार देर रात मुल्लैथिवु व नेदुनथिवु के बीच अपने समुद्री क्षेत्र में मछली पकड़ने के आरोप में हिरासत में ले लिया है। उन्होंने एक भारतीय बोट भी जब्त की है।
मछुआरे सोमवार सुबह जिले के जेगदापट्टिनम के बंदरगाह से एक मशीनीकृत जहाज पर सवार हुए थे। तटीय सुरक्षा समूह के सूत्रों ने बताया कि श्रीलंकाई नौसेना ने मछुआरों को मंगलवार तड़के करीब दो बजे उस समय गिरफ्तार किया जब वे नेदुनथीवु के पास मछली पकड़ रहे थे।
मछुआरों को उनकी बोट के साथ श्रीलंका में कांकेसंथुराई नौसैनिक अड्डे पर ले जाया गया। सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए लोगों में बोट के मालिक पी. तमिलसेल्वन (37), सी. विजी (28), ए. दिनेश (26), जी. रंजीत (27), एस. पक्कीरीसामी (45), एस. कमल (25), एस. पुनुधु शामिल हैं। (41) और एम. कार्तिक (27) शामिल हैं।
बता दें कि श्रीलंकाई नौसेना पहले भी कई बार तमिलनाडु के मछुआरों को आईएमपीएल पार करने के आरोप में पकड़ चुकी है। इस संबंध में बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र भी लिखा है। उन्होंने श्रीलंका की नौसेना द्वारा पकड़ी गईं भारतीय नौकाएं हासिल करने में सहयोग का अनुरोध भी किया। वहीं, मछुआरों ने भी अपना विरोध जताया है और श्रीलंकाई अधिकारियों द्वारा जब्त जहाजों की रिहाई की मांग की है।
इसके अलावा, एक दिन पहले ही श्रीलंकाई उच्चायोग मिलिंडा मोरागोडा ने इस मुद्दे पर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से बात की है। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे का रास्ता निकालना जरूरी है, लेकिन यह एक जटिल मुद्दा है और इस पर चर्चा चल रही है। उन्होंने इंडियन वूमेन कोर में भारत के साथ अपने रिश्तों के बारे में बात करते हुए ये कहा है। इस दौरान उन्होंने भारत के साथ श्रीलंका के रिश्तों को खास बताया है और पिछले महीनों में वहां आए आर्थिक संकट में भारत ने जिस तरह मदद की उसके लिए भी उन्होंने आभार व्यक्त किया।
इस दौरान उच्चायुक्त ने यह भी कहा कि चीन हमारा घनिष्ठ मित्र है लेकिन भारतीय हमारे भाई और बहन हैं। उन्होंने कहा कि भारत के सुरक्षा हित के मामले हमारे अपने हैं।