श्रीलंका में रविवार (21 अप्रैल) को सिलसिलेवार हुए बम धमाकों के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने अपनी पार्टी जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) के भी कुछ कार्यकर्ताओं के श्रीलंका में लापता होने की बात कही है। इन धमाकों में छह भारतीयों की भी मौत हुई है जिनमें दो जेडीएस के कार्यकर्ता शामिल हैं। फिलहाल पार्टी के पांच कार्यकर्ता लापता बताए जा रहे हैं।
‘दोनों को निजी तौर पर जानता था’: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने जिन लोगों के मारे जाने की पुष्टि की थी उनमें दो कन्नड़ नागरिक भी शामिल थे। ये दोनों जेडीएस के लापता सात नागरिकों में शामिल थे। इनके नाम केजी हनुमंथरायप्पा और एम रंगप्पा बताए जा रहे हैं। कुमारस्वामी ने दोनों कार्यकर्ताओं की मौत पर शोक प्रकट करते हुए कहा, ‘मैं उन्हें व्यक्तिगत तौर पर जानता था। दुख की इस घड़ी में परिजनों के साथ हैं।’
कर्नाटक से श्रीलंका घूमने गए थे कार्यकर्ताः इससे पहले कुमारस्वामी ने ट्विटर के जरिये मृतकों को श्रद्धांजलि देते हुए लिखा, ‘मैं कर्नाटक से घूमने के लिए श्रीलंका गए जेडीएस के कार्यकर्ताओं की मौत और कुछ के लापता होने से दुखी और हैरान हूं। ये सभी कोलंबो में हुए बम धमाकों के बाद से लापता हैं। मैं सभी पर जानकारी के लिए भारतीय उच्चायोग के संपर्क में हूं।’
उल्लेखनीय है कि कोलंबो में रविवार (21 अप्रैल) को सुबह के समय सिलसिलेवार छह बम धमाके हुए थे। इसके कुछ घंटों बाद दो और धमाकों की खबरें सामने आईं। अब तक इस भयावह घटना के चलते मारे गए लोगों की संख्या 290 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं सैकड़ों लोग घायल बताए जा रहे हैं। अब तक किसी भी संगठन ने इन हमलों की जिम्मेदारी नहीं ली है। पुलिस का बयान है कि सभी धमाके आत्मघाती हमलावरों ने अंजाम दिए थे। इस मामले में अब तक दो दर्जन से ज्यादा संदिग्धों की गिरफ्तारी हो चुकी है। हमले के बाद एहतियातन श्रीलंका में सोशल मीडिया और रात ट्रेनों के परिचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।