उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान अक्सर अपने बयानों के चलते सुर्खियों में रहते हैं। शुक्रवार को मुरादाबाद की एमपीएमएलए कोर्ट में छजलैट मामले की सुनवाई पर आए आजम खान से 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अभी तो लंगोट सिलने को दी है। लंगोट काफी महंगी सिल रही हैं।

ईडी की विपक्ष पर कार्रवाई को आजम खान ने कहा कि हम तो अंधे हैं, हम देखते ही कहां हैं। आप हमारी (अंधों ) की बात क्यों नहीं समझते। आजम ने कहा कि हां, इतना जरूर है कि सूरदास नहीं हैं। हालात के अंधे हैं।

आजम का तंज, राजभर बड़े नेता वो तो मुख्यमंत्री बना रहे थे

यूपी विधानसभा चुनाव में हार के बाद सपा टूटती जा रही है। इस सवाल पर आजम खां बोले, भैया तो सीमेंट लाकर दो न जोड़ने वाला। आप तो पार्टी के बड़े शुभचिंतक हैं। क्या ओमप्रकाश को रोकने का प्रयास करेंगे के सवाल पर आजम ने कहा, वो बड़े नेता हैं। मुख्यमंत्री भी बना रहे थे, प्रधानमंत्री भी, लेकिन क्या हुआ आप सभी जानते हैं।

पत्रकार के एक सवाल पर आजम खान भड़क भी गए। सवाल राष्ट्रपति चुनाव में क्रॉस वोटिंग पर था। इस पर आजम खां बोले, किसने कहा है कि क्रॉस वोटिंग हुई है। उसको मेरे सामने लेकर आइए, अभी पार्टी से बाहर करवा दूंगा।

आजम खान बोले- हम तो मदारी के बंदर हो गए

उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की सरकार न बनने पर आजम खान ने कहा कि जो जीता वही सिंकदर। हम तो बंदर हो गए। उन्होंने कहा कि हमको कभी रामपुर, मुराबादाबाद, फिरोजाबाद, मुंबई, लखनऊ कोर्ट जाना पड़ता है। हम मदारी के बंदर हो गए हैं।

जानिए किस मामले में आजम खान आए थे कोर्ट-

मुरादाबाद के छजलैट थाना क्षेत्र में वर्ष 2008 में हुई घटना में आजम खां, उनके पुत्र अब्दुल्ला आजम एक समारोह में परिवार सहित शामिल होने के लिए बिजनौर अपनी कार से जा रहे थे। छजलैट में वाहन चेकिंग के दौरान उनकी कार को रोक लिया गया था। वाहन के कागजात चेक किये जाने व शीशे पर लगी काली पन्नी हटाने को लेकर आजम खान का वहां मौजूद पुलिस कर्मियों से नोकझोंक हो गई थी। घटना की सूचना पर जनपद के अन्य सपा नेता भी मौके पर आजम खान के समर्थन में पहुंच गए थे। इन सभी नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने अपने भाषणों से जनता को भड़काया था। साथ मार्ग बाधित किया था।