पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हुए जवान कुलविंदर सिंह के माता-पिता से 1.5 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित पंजाब के रोपड़ जिले में रहते हैं, जहां एक शख्स सीआरपीएफ की वर्दी में पहुंचा था। उसने दिल्ली सीआरपीएफ की 92 बटालियन के एएस मीणा की नेमप्लेट लगा रखी थी। आरोपी ने पीड़ित परिजनों को सरकार से 29 लाख रुपए की आर्थिक मदद और एक पेट्रोल पंप दिलाने का झांसा देकर ठगी को अंजाम दिया। बता दें कि सीआरपीएफ के डीआईजी (जालंधर) दर्शन लाल गोला ने शनिवार (4 मई) को एक एडवाइसरी नोट जारी कर पंजाब के सभी पुलवामा शहिदों के परिजनों को ऐसे झांसा में नहीं आने की बात कही है। वे दिल्ली के हेड क्वाटर को भी ऐसी एडवाइसरी के बारे में जानकारी दी है।
पुलवामा में शहीद हुआ था रोपड़ का जवान : कुलविंदर सिंह पंजाब के रोपड़ जिले के राउली गांव में रहते थे। वह अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। कुलविंदर ने 2014 में 92वीं बटालियन सीआरपीएफ ज्वॉइन की थी। वह 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। 2 मई को एक शख्स नकली सीआरपीएफ अधिकारी बनकर कुलविंदर के घर पहुंचा और उनके परिजनों को सरकार से आर्थिक मदद दिलाने का झांसा दिया। आरोपी ने दावा किया कि वह राजस्थान का रहने वाला है। बातचीत के बाद वह शहीद के पिता दर्शन सिंह की मोटर साइकिल व मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। पंजाब पुलिस ने एफआईआर दर्ज करके जांच शुरू कर दी है।
इस शर्त का झांसा देकर बनाया शिकार : पुलिस के मुताबिक, आरोपी शख्स 2 मई को सुबह करीब 7:30 बजे शहीद के घर पहुंचा था। कुलविंदर सिंह के पिता दर्शन सिंह ने बताया, ‘‘आरोपी ने सीआरपीएफ की ड्रेस पहन रखी थी। उसके कंधे पर एक स्टार लगा हुआ था। उसने खुद को सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन का एएसआई एएल मीणा बताया था। वह अपने साथ कई फॉर्म लाया था और उसने बताया कि सीआरपीएफ ने हमें 29 लाख रुपए और एक पेट्रोल पंप देने का फैसला किया है। अगर हमें 29 लाख रुपए चाहिए तो खाते में मौजूद रुपए निकालने होंगे।’’
पहले की थी 20 लाख रुपए निकालने की कोशिश : दर्शन सिंह के मुताबिक, वह इसके लिए राजी हो गए। वह कुलविंदर की मां अमरजीत कौर और आरोपी के साथ नूरपुर बेदी स्थित एसबीआई की ब्रांच पहुंचे। वहां आरोपी ने 20 लाख रुपए का वाउचर भरा, जिसे बैंक अधिकारियों ने कोड ऑफ कंडक्ट बताते हुए रिजेक्ट कर दिया। इसके बाद उसने 5 लाख रुपए का वाउचर तैयार किया, लेकिन उसे भी खारिज कर दिया गया। ऐसे में आरोपी ने 50-50 हजार रुपए के 3 वाउचर बनाए और खाते से 1.5 लाख रुपए निकाल लिए।
झांसा देकर बाइक और फोन ले गया : दर्शन सिंह के एक रिश्तेदार संजय सिंह ने बताया, ‘‘बैंक जाने से पहले आरोपी ने अपनी यूनिफॉर्म उतार दी और सादे कपड़े पहन लिए। पंजाब पुलिस ने यूनिफॉर्म जब्त कर ली है। वहीं, बैंक से 1.5 लाख रुपए निकालने के बाद आरोपी ने दर्शन सिंह से कहा कि कुछ एफिडेविट तैयार कराने के लिए उन्हें स्थानीय अदालत चलना होगा। ऐसे में वे अमरजीत कौर को एसबीआई की ब्रांच में ही छोड़ गए। कोर्ट परिसर में पहुंचने के बाद आरोपी ने शहीद की मां को लेकर आने की बात कही। वहीं, अपना फोन खराब होने का झांसा देते हुए दर्शन सिंह का फोन ले लिया। करीब 30 मिनट में आरोपी नहीं लौटा तो दर्शन सिंह को ठगे जाने का एहसास हुआ। इसके बाद वह नूरपुर बेदी पुलिस थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज करा दी।’’
सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस : रोपड़ के एसएसपी स्वप्न शर्मा ने बताया, ‘‘दर्शन सिंह की मोटर साइकिल रोपड़ के भिंडर नगर में लावारिस मिली। वहीं, ठग द्वारा इस्तेमाल की गई सफेद इंडिका टैक्सी ट्रेस कर ली गई है। इस वारदात में ड्राइवर के शामिल नहीं होने की बात सामने आई है। उम्मीद है कि आरोपी को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी की पहचान करने की कोशिश की जा रही है।’’ सूत्रों का कहना है कि आरोपी ने रोपड़ बस स्टैंड से टैक्सी किराए पर ली थी।