बसपा के मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र प्रभारी याकूब कुरैशी की मीट फैक्ट्री के एक हिस्से को आज (मंगलवार) एमडीए ने प्रशासन की मदद से सील कर दिया। हालांकि ये करना एमडीए के लिए आसान नहीं रहा और टीम के पहुंचने से पहले बड़ी संख्या में वहां भीड़ जमा हो गई। साथ ही टीम को कार्रवाई करने से भी रोक दिया गया। लेकिन पुलिस फोर्स ने एमडीए अधिकारियों के साथ फैक्ट्री में घुस कार्रवाई शुरू कर दी।
बसपा का सम्मेलन: मंगलवार को एमडीए की कार्रवाई से बचने के लिए याकूब कुरैशी ने फैक्टरी पर ही बसपा का सम्मेलन रखवा दिया था। जिसके चलते फैक्ट्री में सैकड़ों लोग मौजूद थे जिसके चलते पुलिस को कार्रवाई करना आसान नहीं दिखा। बता दें कि अलफहीम मीटेक्स पर कार्रवाई के लिए एमडीए तथा प्रशासन ने 12 फरवरी की तारीख तय कर रखी थी। जिसके बाद तय मौके पर मजिस्ट्रेट, सीओ सहित कई वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और आधे घंटे में कार्रवाई खत्म कर दी।
क्या है मामला: दरअसल याकूब कुरैशी की फैक्ट्री प्रशासन के मानकों के अनुरूप नहीं थी इस वजह से शासन ने इसके कैंसिलेशन क आदेश दिया था। प्राधिकरण के तकरीबन तीस अधिकारियों के साथ प्लांट की सभी मशीनरी को सील कर दिया है।
पहले भी हुआ था प्रयास: करीब चार साल पहले प्रदूषण, पशु पालन, एमडीए व पुलिस प्रशासन की टीम जब इस फैक्ट्री का जांच करने गई थी तब कई लोग इसके विरोध में आ गए थे। और किसी को भी अंदर घुसने नहीं दिया गया था। जिसके बाद टीम को बिना कार्रवाई करे लौटना पड़ा था।
टकराव के लिए प्रशासन था तैयार: बता दें कि इस कार्रवाई के दौरान किसी भी तरह के टकराव के लिए टीम तैयार थी और कार्रवाई में डीएम अनिल ढींगरा ने सिटी मजिस्ट्रेट, एसडीएम, चार सीओ, एक थाना प्रभारी, 18 उपनिरीक्षक, 46 कान्सटेबल सहित दंगा नियंत्रण, फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां सहित पीएसी की दो प्लाटून की मजूंरी थी।
