पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले में एक फैक्टरी के भीतर गंदे पानी से भरे कुएं में उतरे छह लोगों की मौत हो गई। यह जानकारी शुक्रवार को पुलिस ने दी। पुलिस को आशंका है कि कुएं में विषैली गैस से मजदूरों की मौत हुई होगी। नैहाटी थाने के अधिकारी ने बताया, “नैहाटी के हाजीनगर इलाके में गुरुवार शाम छह मजदूर कागज की एक फैक्टरी के भीतर सफाई कार्य के लिए कुएं में उतरे थे। सभी छह लोगों को अचेत अवस्था में कुएं से बाहर निकाल कर अस्पताल ले जाया गया, जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया।” चश्मदीदों के मुताबिक, कुआं काफी समय से उपयोग में नहीं था और उसमें गंदा पानी व फैक्टरी का कचरा भरा पड़ा था। दो मजदूर पहले कुएं में उतरे थे, मगर जब उनकी ओर से कोई जवाब नहीं मिला तो चार लोग उनको बचाने के लिए कुएं में उतरे। लेकिन कोई वापस नहीं लौटा।
पुलिस को सूचना देने पर पुलिस के साथ अग्निशमन दस्ता भी घटनास्थल पर पहुंचा, जिसने सभी छह मजदूरों को कुएं से अचेत अवस्था में बाहर निकाला। अधिकारी ने बताया, “सभी छह लोगों को कल्याणी स्थित एक अस्पताल ले जाया गया, जहां चार को मृत घोषित कर दिया गया। रात में बाकी दो लोगों की भी मौत हो गई।” पुलिस ने कहा कि ऑक्सीजन की कमी या विषैली गैस के कारण मजदूरों की मौत हुई होगी, क्योंकि वे कोई मास्क या सुरक्षा उपकरण पहनकर कुएं में नहीं उतरे थे।
पुलिस ने बताया, “फैक्टरी के मालिकों के खिलाफ बगैर सावधानी के मजदूरों को काम पर लगाने का मामला दर्ज किया गया है।” दूसरी तरफ, यूपी के गोंडा जनपद के छपिया थाना क्षेत्र के एक गांव में आपसी रंजिश में बदमाशों ने घात लगाकर एक मजदूर पर हमला कर दिया और लाठियों से पीट-पीट कर उसकी हत्या कर दी। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जानाकरी के मुताबिक छपिया थाना क्षेत्र के दुगार्पुर गांव निवासी पेशे से मजदूर लाल पुत्र कल्पनाथ का कुछ दिन पहले घर का दरवाजा लगाने को लेकर गांव के ही विजय गोयल के पक्ष से से विवाद हो गया था। उसके बाद दोनों पक्षों में रंजिश हो गई थी।
