नौकरी के लिए पश्चिम बंगाल से मलेशिया गए 6 लोगों को बंदी बनाकर रखने की शिकायत कुछ परिवारों ने की है। परिजनों का कहना है कि वहां काम करने गए 6 लोगों से उनका पासपोर्ट तक छीन लिया गया है। साथ ही जिस काम के लिए वो गए थे वो न करवाकर उनसे मजदूरी करवाई जा रही है। इसके साथ ही घर पर बात करने तक की इजाजत नहीं दी गई है। ऐसे में परिजनों ने प्रशासन से उन लोगों को वापस बुलाने की गुहार लगाई है।

विदेश में अच्छी नौकरी के नाम पर झांसा: नदिया जिले के कृष्णानगर के रहने वालों को बंधक बनाकर उनपर अत्याचार करने की बात पीड़ित परिजनों ने की है। जिला मजिस्ट्रेट सुमित गुप्ता ने मीडिया को बताया कि अरबिंदा मंडल और बिश्वजीत हालदार के साथ हशखाली थाना स्थित मुर्गाचा कॉलोनी के चार लोगों पर अत्याचार कर उनका पासपोर्ट तक छीन लिया गया है। उन्होंने कहा कि विदेश में अच्छी नौकरी के झांसे में एजेंट द्वारा ठगी का मामला भी सामने निकल कर आया है। पीड़ितों के परिवार का आरोप है कि एजेंट के अनुसार उन्हें वहां माली का कार्य दिया जाना था लेकिन उनका मालिक वहां उन्हें बंधक बनाकर मजदूरी करा रहा है।

 

 

ब्याज पर पैसे लेकर विदेश गए थे पीड़ित: महीने के 1.25 लाख की सैलरी का वादा कर दो एजेंटों ने उन्हें अच्छी नौकरी का झांसा दिया था। उनके परिवार वालों ने बताया कि 5 प्रतिशत ब्याज पर पैसे उधार लेकर विदेश गए युवकों के साथ काफी बुरा व्यवहार किया जा रहा है। पीड़ित मंडल की पत्नी नमिता ने बताया कि उनका फोन तक उनसे छीन लिया गया है और उन्हें भरपेट खाना भी नहीं दिया जा रहा है। मंडल ने मौका पाकर अपने परिवार से संपर्क किया, अपनी दुर्दशा बताई और देश वापस बुलाने की इच्छा जाहिर की। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दो साल के करार पर गए विदेश गए पीड़ितों को वापस बुलाने के लिए जब एजेंट को संपर्क किया गया तो उनका नंबर बंद मिला। माना जा रहा है मामले के जानकारी पाकर एजेंट फरार हो गए है। वहीं मामले की जांच में अधिकारी जुट गए है और पीड़ितों को वापस बुलाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।