पंजाबी गायक और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसेवाला का अंतिम संस्कार मंगलवार (31 मई) को मानसा जिले के उनके पैतृक गांव मूसा में किया गया। 29 मई 2022 को सिद्धू की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। सिधू मूसेवाला के पिता अंतिम संस्कार के मौके पर लोगों के सामने पगड़ी उतार कर रोते-बिलखते नजर आए, वहीं मां ने बेटे को सेहरा सजाकर अंतिम विदाई दी।
अंतिम यात्रा के लिए सिद्धू मूसेवाला की मां ने आखिरी बार बेटे के बाल संवारे। सिद्धू की मां बार-बार अपने बेटे के चेहरे को देख रहीं थी। यह देखकर वहां मौजूदा लोगों की आंखें भर आईं। इससे पहले सिद्धू मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने आखिरी बार अपने बेटे के शव को पगड़ी पहनाई और मूंछों को ताव दिया। 28 साल के बेटे की अकस्मात मौत से सिद्धू के माता-पिता दोनों ही सदमे में हैं।
दूल्हे की तरह सजाया गया: सिद्धू मूसेवाला की अंतिम यात्रा निकालने से पहले उनके ताबूत को घर में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। जहां सिद्धू की माता-पिता, परिवार के सदस्यों और दोस्तों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। सिद्धू को लाल रंग की पगड़ी बांधकर दूल्हे की तरह सजाया गया।

मूसेवाला की अंतिम यात्रा उनके फेवरेट 5911 ट्रैक्टर पर निकाली गई। गायक ने इस ट्रैक्टर का अपने कई पंजाबी गानों में जिक्र भी किया है।
मूसेवाला के घर के बाहर लाठीचार्ज: इससे पहले पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मूसेवाला के घर के बाहर लाठीचार्ज किया, जहां उनके फैंस की भारी भीड़ जमा थी। उनके चाहने वालों में पंजाब सरकार और पुलिस के खिलाफ रोष भी देखने को मिला। मूसेवाला की अंतिम यात्रा में कई जगह पर लोगों ने पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी भी की। सिद्धू मूसेवाला की वीआईपी सिक्योरिटी कम करने की वजह से लोगों में नाराजगी है। जिसके बाद इलाके में सुरक्षा कड़ी कर दी गई।
लॉरेंस बिश्नोई ने ली हत्या की जिम्मेदारी: 28 साल के सिद्धू मूसेवाला का पार्थिव शरीर मानसा के सिविल अस्पताल के शवगृह से मंगलवार सुबह 8.45 बजे उनके घर लाया गया। मूसेवाला की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चला कि उन्हें 24 गोलियां मारी गयी थीं, जिनमें से ज्यादातर उनके सीने और पेट में लगी थीं। रविवार (29 मई) की शाम उनके घर से करीब 10 किलोमीटर दूर जवाहर गांव के बाहर उनपर हमला किया गया था। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई और कनाडा के गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली है।