संजय लीला भंसाली के निर्देशन में बनी फिल्म पद्मावती पर जारी विवाद खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को संवाददाताओं से कहा है कि अगर फिल्म में ‘राष्ट्रमाता’ पद्मावती के बारे में गलत दिखाया गया है तो राज्य में इसका प्रदर्शन नहीं होने दिया जाएगा। शिवराज ने कहा, ‘ऐतिहासिक तथ्यों से खिलवाड़ कर अगर राष्ट्रमाता पद्मावती जी के सम्मान के खिलाफ जिस फिल्म में दृश्य दिखाया गया है या बात कही गई है उस फिल्म का प्रदर्शन मध्य प्रदेश की धरती पर नहीं होगा।’
संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावती’ को लेकर चल रहे विवाद के बीच मध्य प्रदेश में भी राजपूत समाज इसके प्रदर्शन का विरोध कर रहा है। राजपूत समाज के प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज कराया। इस पर चौहान ने उन्हें भरोसा दिलाया कि फिल्म भले ही रिलीज हो जाए मगर राज्य में वह प्रदर्शित नहीं होगी।
#WATCH:Madhya Pradesh CM Shivraj Singh Chouhan says the film which has distorted facts against #Padmavati, will not be released in the state pic.twitter.com/NOBXj6WF3P
— ANI (@ANI) November 20, 2017
सूत्रों के मुताबिक, सोमवार की सुबह बड़ी संख्या में राजपूत समाज से जुड़े प्रतिनिधि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान के साथ मुख्यमंत्री आवास पर शिवराज से मिले और उनके सामने अपनी बात रखी। उसके बाद चौहान ने साफ कहा कि राज्य में फिल्म ‘पद्मावती’ किसी भी हालत में प्रदर्शित नहीं होगी। चौहान ने यहां तक कहा कि भले ही सेंसर बोर्ड उसे रिलीज कर दे मगर राज्य में यह फिल्म पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगी।
बता दें कि दीपिका पादुकोण, शाहिद कपूर और रणवीर सिंह स्टारर फिल्म पद्मावती को कड़े विरोध का सामना करना पड़ रहा है। राजपूती संगठन करणी सेना का कहना है कि भंसाली ने फिल्म बनाने के लिए इतिहास से छेड़छाड़ की है। हालांकि भंसाली पहले ही स्पष्ट कर चुके हैं कि उन्होंने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया है। भंसाली का कहना है कि वे राजपूतों की भावनाओं का सम्मान करते हैं। फिल्म चित्तौड़गढ़ की रानी पद्मिनी या पद्मावती के जीवन पर आधारित है। फिल्म पहले 1 दिसंबर को रिलीज होने वाली थी, लेकिन अब फिल्म की रिलीज डेट आगे खिसका दी गई है।