महाराष्ट्र सरकार शिवाजी मेमोरियल की हाइट को अब 192 मीटर से 210 मीटर तक लेकर जाना चाहती है जिससे यह चीन की सबसे ऊंची बुद्ध की प्रतिमा का रिकॉर्ड तोड़ सके। राज्य सरकार ने इसके लिए केंद्र के पास प्रपोजल भेज दिया है ताकि पर्यावरण संबंधी इजाजत मिल सके। स्प्रिंग चीन में स्थित स्प्रिंग टेंपल में बुद्ध की विशालकाय प्रतिमा लगी हुई है। जो इस वक्त की सबसे ऊंची प्रतिमा है। उसकी मौजूदा हाइट 208 मीटर है। यह मंदिर चीन की लूशन काउंटी में बनाया हुआ है। इसको 2008 में पूरा किया गया। शुरुआत में इसकी हाइट 153 मीटर की ही थी। यानी तबतक शिवाजी की बनने वाली प्रतिमा सबसे ऊंची प्रतिमा होती। लेकिन बाद में बुद्ध की प्रतिमा का साइज बढ़ाकर 208 मीटर कर दिया गया जिससे महाराष्ट्र सरकार की उम्मीदों पर पानी फिर गया।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, शिवाजी मेमोरियल कमेटी के चेयरमैन विनायक मेटे ने कहा, ‘हमें शिवाजी महाराज की सबसे ऊंची मूर्ति चाहिए।’ उन्होंने आगे कहा कि शिवाजी उनके और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा स्त्रोत हैं इसलिए उस प्रतिमा को ऊंचा करने के लिए जो करना पड़ेगा वे करेंगे।

बता दें कि राज्य सरकार ने शिवाजी मेमोरियल के लिए 3600 करोड़ रुपए का बजट रखा है। पहले चरण में 2,500 करोड़ खर्च करने की बात कही गई थी। उसके लिए टेंडर मंगवाने शुरू भी कर दिए गए हैं। मेमोरियल पर खर्च होने वाले पैसों में से 1200 करोड़ रुपए तो सिर्फ शिवाजी की प्रतिमा बनाने में लगेंगे। जिसे मंबई के वातारण के हिसाब से कांस्य और कई मिश्र धातु का इस्तेमाल करके बनाया जाएगा। काम के लिए 36 महीने की डेडलाइन रखी गई है। काम साल के अंत तक शुरू हो जाएगा। प्रतिमा को बनाने का काम दिल्ली के मूर्तिकार राम सुतार को दिया गया है।

क्या होगा खास: मेमोरियल में एक मंदिर, म्यूजियम, हॉस्पिटल, किला होगा। इसके अलावा मेमोरियल में एक थियेटर भी होगा जो शिवाजी के जीवन काल पर आधारित फिल्में दिखाएगा। इसके अलावा एक लिफ्ट भी होगी जो वहां आने वालों को मेमोरियल के 60वें फ्लोर यानी 180 मीटर की हाइट तक लेकर जाएगी और आस-पास के नजारे दिखाएगी।