Uddhav Thackeray Raj Thackeray Alliance: महाराष्ट्र की राजनीति में इस बात को लेकर चर्चा तेज है कि शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) अध्यक्ष राज ठाकरे साथ आ सकते हैं। अब इसे लेकर खुद उद्धव ठाकरे ने एक बेहद अहम बयान दिया है। बताना होगा कि मुंबई में जल्द ही स्थानीय निकायों के चुनाव होने हैं और इसमें बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) के चुनाव के लिए उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे के दलों के बीच गठबंधन को लेकर अटकलों का दौर तेज है।

पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने आवास मातोश्री में पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, “मेरे और मेरे शिव सैनिकों के मन में किसी तरह का कोई कंफ्यूजन नहीं है। यहां तक कि MNS कार्यकर्ता भी हमारे संपर्क में हैं और उनके मन में भी कोई भ्रम नहीं है।” जब उनसे यह पूछा गया कि मौजूदा स्थिति क्या है तो उन्होंने कहा, “मैं कोई मैसेज नहीं दूंगा, मैं समाचार दूंगा और महाराष्ट्र के लोगों के दिल में जो है, वही होगा।”

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राज के बेटे ने कहा था- सीधी बातचीत होनी जरूरी

उद्धव ठाकरे का यह बयान इसलिए बेहद अहम है क्योंकि इससे एक दिन पहले ही राज ठाकरे के बेटे अमित ठाकरे ने कहा था कि इस मामले में सीधी बातचीत होनी जरूरी है। अमित ठाकरे का कहना था कि गठबंधन मीडिया बाइट के जरिए और न्यूजपेपर हेडलाइन के जरिए नहीं बनाए जाते। उन्होंने बताया था कि राज ठाकरे ने पहले भी कई बार उद्धव ठाकरे से बात की है। कोरोना काल के दौरान जब उद्धव महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे तब भी और उससे पहले 2014 और 2017 में भी। अमित ने दोनों भाइयों की आपसी बातचीत पर जोर दिया था।

चाय पीने जा सकता हूं राज के घर- संजय राउत

दोनों भाइयों के साथ आने की चर्चाओं को शिवसेना (UBT) प्रवक्ता संजय राउत ने भी रफ्तार दी है। राउत ने शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में कहा, “प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, हमारे सैनिक सकारात्मक हैं क्योंकि हमारे नेता सकारात्मक हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि हो सकता है दोनों भाइयों के बीच बातचीत हो चुकी हो। उन्होंने कहा कि वह चाय पीने के लिए राज ठाकरे के घर जा सकते हैं।

इस मामले में एक अहम बात यह भी है कि महा विकास अघाड़ी की मुख्य सहयोगी कांग्रेस ने इस तरह की चर्चाओं का स्वागत किया है। पार्टी के प्रवक्ता अतुल लोंधे ने कहा कि अगर दो भाई साथ आते हैं तो हम उसका स्वागत करेंगे जबकि उपमुख्यमंत्री और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने कहा कि यह उन भाइयों का आपसी मामला है।

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इस हफ्ते की शुरुआत में शिवसेना (UBT) के विधायक आदित्य ठाकरे ने भी मिलकर काम करने का संकेत दिया था हालांकि जब तक राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे सीधे एक-दूसरे से बातचीत नहीं करते या एक-दूसरे से नहीं मिलते तब तक दोनों के साथ आने को लेकर चल रही अटकलों का बहुत ज्यादा मतलब नहीं माना जा सकता।

राज ने छोड़ दी थी शिवसेना

बताना होगा कि राज ठाकरे शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे के भतीजे हैं। ठाकरे परिवार में बालासाहेब ठाकरे के बाद शिवसेना कौन संभालेगा, इसी मसले को लेकर राज ठाकरे और उद्धव ठाकरे आमने-सामने आ गए थे और राज ने 2005 में शिवसेना छोड़ दी थी। 2006 में उन्होंने मनसे का गठन किया था।

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