Sharad Pawar NCP Reunion: क्या महाराष्ट्र की राजनीति में कोई बहुत बड़ा घटनाक्रम हो सकता है? इसके संकेत महाराष्ट्र और देश की राजनीति के बेहद तजुर्बेकार नेता शरद पवार ने दिए हैं। शरद पवार ने कहा है कि उनके भतीजे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार के साथ हाथ मिलाने को लेकर कोई भी फैसला उनकी बेटी और सांसद सुप्रिया सुले करेंगी।
पवार के बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में यह चर्चा शुरू हुई है कि क्या एनसीपी के दोनों धड़े साथ आ सकते हैं? दोनों धड़ों के साथ आने की अटकलों को इस वजह से भी ताकत मिली है क्योंकि पिछले दो महीनों में शरद पवार और अजित पवार की तीन-चार बार मुलाकात हो चुकी है।
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एनसीपी (शरद पवार) के प्रदेश अध्यक्ष ने क्या कहा?
महाराष्ट्र एनसीपी (शरद पवार) के अध्यक्ष सुनील तटकरे ने The Indian Express से कहा है कि अगर ऐसा कोई प्रस्ताव आता है तो पार्टी का कोर ग्रुप उस पर चर्चा करेगा। हालांकि तटकरे ने इसका संकेत दिया कि एनसीपी के दोनों धड़ों के साथ आने की संभावना कम है। उन्होंने कहा कि हम लोग महायुति के साथ बने रहेंगे।
इससे पहले शरद पवार ने कहा था, “हमारी पार्टी में कुछ नेता मानते हैं कि अगर उनके विधानसभा क्षेत्रों में विकास के काम करने हैं तो उन्हें अजित पवार की पार्टी के साथ हाथ मिला लेना चाहिए। हालांकि कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मानते हैं कि हमें हाथ नहीं मिलाना चाहिए।” शरद पवार के पोते और एनसीपी के नेता रोहित पवार ने कहा कि उन्हें भी ऐसा लगता है कि एक परिवार के तौर पर उन्हें एकजुट होना चाहिए।
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हाल ही में The Indian Express के साथ एक इंटरव्यू में भी शरद पवार ने एनसीपी के दोनों गुटों के एकजुट होने को लेकर बात की थी और उन्होंने खुद को इस बारे में फैसला लेने की प्रक्रिया से बाहर बताया था।
बताना होगा कि जून, 2023 में एनसीपी में बड़ी टूट हुई थी। तब शरद पवार के भतीजे अजित पवार 40 विधायकों के साथ पार्टी से अलग हो गए थे।
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