सफदरजंग एन्क्लेव इलाके से गिरफ्तार पीएन सान्याल द्वारा संचालित अंतरराष्ट्रीय सेक्स व मानव तस्करी रैकेट के मामले में भले ही पुलिस ने राजनेताओं को क्लीन चिट दे दी है। लेकिन जांच अभी भी उस दिशा में जारी है। बताया जा रहा है कि आरोपी सान्याल और उसके सहयोगी अजय अहलावत की तस्वीरें नामचीन क्रिकेटरों और राजनेताओं के साथ मिलने से जांच एजंसी भ्रमित है।

शुक्रवार को दक्षिणी जिले के पुलिस उपायुक्त ईश्वर सिंह ने देर रात प्रेस कांफ्रेंस कर इस मामले में राजनेताओं के शामिल होने की बात से इनकार किया था, लेकिन पीएन सान्याल के मोबाइल से राजनेताओं के नाम का एसएमएस और सान्याल के घर पर लगी फोटो व लेटरहेड मिलने से मामला संदिग्ध हो गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच जारी है। फिलहाल दूसरे आरोपी और सान्याल के कथित सहयोगी कर्नल अजय अहलावत को अभी गिरफ्तार नहीं किया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है।

पीएन सान्याल ने पुलिस को बताया कि वह कर्नल के कहने पर ही विदेशी लड़कियों को आगे भेजता था। कर्नल अजय ने 2008 में वीआरएस ले ली थी। वह अपनी नौकरी के समय से ही बिजवासन में रिसाल पोलो क्लब चला रहा था। 1998 में यह पोलो क्लब शुरू हो गया था। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कर्नल अजय बहुत कम पैसे में कैसे अमीर बन गया। आरोपी हनीमून पैकेज भी चलाता था। इसमें मोरक्को की एक युवती की भूमिका रहती थी। यह भी बताया जा रहा है कि आरोपी फर्जी आइडी से लिए गए सिम का इस्तेमाल करते थे।
जिले के पुलिस उपायुक्त का कहना है कि आरोपियों की जांच आइपीसी की धारा 341, 342, 370, 370 ए, 419, 120 बी, 34 और 14 विदेशी नागरिक अधिनियम 1946 के तहत की जा रही है।