दिल्ली के बर्खास्त मंत्री संदीप कुमार का बचाव कर अपने विवादित ब्लॉग के लिए आलोचना के शिकार होने वाले आप नेता आशुतोष ने आज कहा कि उनके खिलाफ पुलिस में दर्ज किया गया मामला उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकार का ‘उल्लंघन’ है। आप नेता आशुतोष ने मीडिया पर भी निशाना साधा और कहा कि वह गिद्ध की तरह झपट रहा है और ‘‘प्रायोजित पत्रकारिता’’ कर रहा है ।
एक के बाद एक किये गये ट्वीट में आशुतोष ने कहा है, ‘‘ऐसा माहौल बनाया गया है जहां पर इतिहास का आलोचनात्मक विश्लेषण नहीं किया जा सकता अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता को कुचल दिया जाएगा असहमति की आवाज को दबायी जा रही है । मेरे खिलाफ पुलिस द्वारा दर्ज किया गया मामला संविधान प्रदत्त मेरी मौलिक अधिकार अभिव्यक्ति की आजादी का उल्लंघन है।’
Registering police cases against me is an infringement on my fundamental right to freedom of expression mandated by the constitution.
— ashutosh (@ashutosh83B) September 6, 2016
Atmosphere is created whr critical analysis of history not allowed, freedom of expression will be crushed, voice of dissent suppressed.
— ashutosh (@ashutosh83B) September 6, 2016
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि सचाई तलाशने में मीडिया की भी कोई दिलचस्पी नहीं है। वह गिद्ध की तरह झपट रहा है और प्रायोजित त्रकारिता कर रहा है ।’ एनडीटीवी वेबसाइट के लिए लिखे अपने एक ब्लॉग में आशुतोष ने कहा था, ‘‘इस वीडियो में एक महिला और पुरूष के एक यौन कृत्य में शामिल होने का चित्र है।
Even Media is not interested into finding the truth, indulging into vulturisation and doing embedded journalism.
— ashutosh (@ashutosh83B) September 6, 2016
यह वीडियो स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि दोनों व्यक्ति एक दूसरे को जानते हैं और सार्वजनिक जगह से दूर एक निजी क्षण में सहमति से सेक्स कर रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि अगर दो वयस्क लोग सहमति से एक-दूसरे के साथ शारीरिक संबंध बनाते हैं तो क्या यह एक अपराध है?’’

