ग्रेटर नोएडा की सीमा हैदर एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार वजह बनी उनकी तबीयत खराब होना और अस्पताल में भर्ती किया जाना। लेकिन इससे भी बड़ी चर्चा का कारण बना उन्हें कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से जोड़ने की कोशिश। सीमा के वकील एपी सिंह ने एक वीडियो जारी कर इन तमाम अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा है कि ऐसी खबरें पूरी तरह भ्रामक और आधारहीन हैं।

सीमा की जिंदगी का सच

एपी सिंह ने बताया कि सीमा जब पाकिस्तान में थीं, तभी उनका तलाक हो चुका था। पिता की मृत्यु के बाद उनका संपर्क भारतीय नागरिक सचिन से हुआ। यह जान-पहचान धीरे-धीरे दोस्ती में बदली और दोनों नेपाल गए, जहां उन्होंने सनातन धर्म के अनुसार विवाह किया। भारत आने के बाद सीमा ने विधिवत रूप से हिंदू धर्म अपनाया और फिर से सभी रीति-रिवाजों के साथ विवाह किया।

बेटी का नाम मीरा और दस्तावेज ATS के पास

सीमा की एक बेटी भी है, जिसका नाम मीरा रखा गया है। उनके तमाम दस्तावेज अभी एटीएस (एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड) के पास हैं, जो इस मामले की कानूनी जांच कर रही है। वकील एपी सिंह के मुताबिक सीमा किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधियों में शामिल नहीं रही हैं और न ही वह कहीं बाहर गई हैं।

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वकील ने साफ कहा कि सीमा को केवल अस्पताल और अपने ससुराल के अलावा कहीं और नहीं देखा गया। ऐसे में उसे पहलगाम आतंकी हमले से जोड़ना सरासर गलत और गैर-जिम्मेदाराना है। उन्होंने मीडिया और प्रशासन से अपील की कि बिना साक्ष्य के इस तरह की खबरें न चलाई जाएं, क्योंकि इससे एक सामान्य महिला की मानसिक स्थिति पर भी असर पड़ता है।

पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने भारत में रह रहे सभी पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने के लिए कहा है। इसके चलते काफी संख्या में तमाम तरह के वीजा पर भारत में रह रहे पाकिस्तानी देश छोड़कर चले गए हैं।

मीडिया में सीमा हैदर को भी भारत से बाहर भेजने की चर्चा थी, लेकिन सीमा हैदर के वकील ने कहा कि सीमा कानूनी प्रक्रियाओं के तहत भारत में है। वह यहीं रहेंगी।