ओडिशा के एक सरकारी अस्पताल में जिंदा कोबरा निकल आया। सोमवार (नौ जुलाई) दोपहर महिला वॉर्ड में सब कुछ सामान्य था। अचानक एक मरीज को भूरे रंग का सांप नजर आया, जिसके बाद वहां हड़कंप मच गया। सांप की जानकारी पर अन्य मरीजों, अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी भी दहशत में आ गए।
फौरन पास में रहने वाले एक संपेरे को बुलाया गया, जिसने उसे पकड़ा। संपेरे ने पाया कि वह कोबरा था, जिसे उसने बाद में नजदीक के जंगल में छोड़ दिया। यह घटना भद्र क स्थित जिला मुख्यालय अस्पताल की है। टि्वटर पर इंडिया टुडे की पत्रकार के हवाले से घटना के दौरान का वीडियो भी साझा किया गया।
देखें सांप को पकड़ने के बाद कैसे वहां अफरा-तफरी मच गई थी–
Panic gripped patients in Odisha’s District Headquarter Hospital in Bhadrak as a cobra was spotted inside female ward of the hospital. A local snake charmer later captured the cobra and released it into a nearby forest.@manogyaloiwal #ReporterDiary pic.twitter.com/HFasKtwhS3
— IndiaToday (@IndiaToday) July 9, 2018
जून में इससे पहले बीरमित्रपुर के कपिलास बाजार बस्ती इलाके में जहरीले सांप ने देर रात एक युवक को डस लिया था। घटना के दौरान वह जमीन पर सो रहा था। अगली सुबह पीड़ित को पास के अस्पताल ले जाया गया था, जहां उसकी हालत बिगड़ी और उसने दम तोड़ दिया था।
मई में आंकड़ा आया था कि ओडिशा में पिछले तीन सालों में सांपों के काटने से करीब 1716 लोगों की जान गई। राज्य के विशेष राहत उपायुक्त पीआर मल्होत्रा ने इस बारे में कहा कि सर्पदंश से मौत को राज्य की विशेष आपदा घोषित कर दिया गया है। ऐसे में पीड़ित परिवार को चार लाख रुपए मुआवजे का प्रावधान किया गया।
विशेष राहत आयुक्त बीपी सेठी के मुकाबिक, सर्पदंश के मामलों में मरने वाले में सबसे अधिक किसान और ग्रामीण इलाकों में रहने वाली महिलाएं हैं। तीन सालों में मृतकों में 97 फीसदी मामले ग्रामीण इलाकों के हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, राज्य में सांपों के काटने से सबसे अधिक मौतें बालासोर जिले में हुईं, जिसकी संख्या 164 है। वहीं, गंजम जिले में इस प्रकार के 147 मामले दर्ज किए गए।