कांवड़ यात्रा के मद्देनजर उत्तर प्रदेश सरकार ने अधिकारियों को खास निर्देश दिए हैं। कांवड़ यात्रा 17 जुलाई से शुरू हो रही है इसे देखते हुए प्रशासनिक अमले ने खास इंतजाम किए हैं। सावन की शुरुआत होते ही जुलाई से पश्चिमी यूपी, दिल्ली, हरियाणा के रास्तों पर कांवड़िए बम-बम भोले, हर-हर महादेव के जयकारे लगाते हुए नजर आने लगेंगे। इस बार हरिद्वार में गंगा जल लेने के लिए करीब तीन करोड़ कांवड़ियों के पहुंचने का अनुमान लगाया जा रहा है।
इस भीड़ को देखते हुए प्रशासन व्यवस्थाओं को पुख्ता करने में जुट गया है। नवांगत जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने मगलवार को ही जनपद का कार्यभार ग्रहण करते हुए बताया कि उत्तर भारत की प्रसिद्ध कांवड़ यात्रा को सकुशल सम्पन्न कराना उनकी प्राथमिकता मे शामिल है।

जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने कहा कि पवित्र श्रावण माह मे शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा वास्तव मे एक बहुत बड़ा धार्मिक आयोजन है। उन्होंने कहा कि जैसा उन्हें विदित है कि कांवड़ यात्रा कई मायनों में कुंभ मेले से कहीं अधिक बड़ा आयोजन है। क्योंकि एक तो कांवड़ यात्रा का क्षेत्र बड़ा है। कांवड़ यात्रा मे कई प्रांत सम्मलित है। कांवड़ यात्रा में कुंभ मेले से ज्यादा शिव भक्त कांवड़िए शामिल होते हैं। अत: इन सभी बातों के मद्देनजर कांवड़ जिला प्रशासन का हर संभव यह प्रयास रहेगा कि कांवड़ यात्रा सकुशल सम्पन्न हो। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए है और आज सुबह कांवड़ मार्ग का स्थलीय निरीक्षण किया है।

17 जुलाई से हरिद्वार से गंगा जल लेकर कांवड़िए अपने-अपने क्षेत्रों में भगवान शिव का अभिषेक करेंगे। इसके मद्देनजर उत्तर प्रदेश शासन-प्रशासन भी जोरदार तरीके से इंतजामों में जुटा हुआ है। इसी के मय नजर कुंभ की तर्ज पर यात्रा की तैयारी हो रही है। कांवड़ मार्ग को साफ करने और श्रद्धालुओं के लिए खास इंतेजाम प्रशासन करा रहा है। खतौली कस्बे में भी तैयारी जोरों पर है। पालिका अधिशासी अधिकारी जेपी यादव ने बताया कि खास तौर से नगर में स्वच्छता, उचित पेयजल, बिजली और सुरक्षा को दृष्टिगत रखते हुए खास इंतेजाम किए जा रहे है। इनमें चौधरी चरण सिंह कांवड़ पटरी मार्ग पर पथ प्रकाश की व्यवस्था, शौचालयों व अराजक तत्वों पर नजर रखने के लिए भीड़ भरे स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।