मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एससी-एसटी एक्ट को लेकर बड़ा बयान दिया है। सीएम शिवराज ने गुरुवार (20 सितंबर) को ट्वीट किया, ”एमपी में नहीं होगा एससी-एसटी एक्ट का दुरुपयोग, बिना जांच के नहीं होगी गिरफ्तारी।” शिवराज का यह ट्वीट सवर्ण समाज के गुरुवार को ही किए गए धरना प्रदर्शन के बाद आया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भोपाल में सैकड़ों लोग काले झंडे और हाथों में नारे लिखी तख्तियां लेकर एकत्र हो गए थे और मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करने के लिए निकल पड़े थे। हबीबगंज इलाके में जमा लोगों को पुलिस ने रास्ते में रोका तो वे सड़क पर धरना देने लगे। स्थानीय मीडिया के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश कार्यालय के सामने काले झंडे लहराकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री रामपाल सिंह के घर के सामने भी प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों में शामिल संस्कृति बचाओ मंच के नेता लक्ष्मण तिवारी ने कहा मीडिया से कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने जो फैसला सुनाया था, उसे बदलते हुए सरकार ने संसद में विधेयक पारित कराया है, जिसकी वजह से आरोप लगने के बाद संबंधित व्यक्ति को बिना जांच के 6 महीने के लिए जेल भेजा जाएगा और इस दौरान जमानत भी नहीं मिलेगी। उन्होंने कहा कि सरकार का यह कदम सवर्ण समाज के खिलाफ है।

बता दें कि पिछले दिनों एससी-एसटी एक्ट को लेकर सवर्ण समाज के द्वारा भारत बंद का भी आह्वान किया था और कई जगह उसका असर देखने को मिला था। सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर मोदी सरकार के द्वारा विधेयक पारित कराने को लेकर सवर्ण में नाराजगी खत्म होती नहीं दिख रही है। सवर्ण समाज से ही कुछ धड़े सरकार के फैसले के खिलाफ चुनावों में निपटने की चेतावनी दे चुके हैं। मध्य प्रदेश में साल के आखिर में विधानसभा चुनाव होने हैं लिहाजा सत्तारूढ़ सरकार किसी तरह का जोखिम उठाने से बच रही है। ऐसा कहा जाता है कि भारतीय जनता पार्टी का एक बड़ा वोट बैंक सवर्ण समाज से आता है।

शिवराज सिंह चौहान के आश्वासन भरे ट्वीट पर लोगों की जमकर प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं। नेहा कक्कड़ नाम की यूजर ने कमेंट में लिखा, ”असली जनहितैषी है मामा शिवराज, सरायनीय फैसला, कहो दिल से शिवराज मामा फिर से।” सुल्तान सिंह नाम के यूजर लिखा कि मोदी जी के मंत्री मरहम लगाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन अब सवर्ण मोदी जी के झांसे में नहीं आने वाला है।