गुजरात में एक 14 माह की बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना के बाद बिहार-यूपी के लोगों को लगातार निशाना बनाया जा रहा है। पुलिस के अनुसार, गुजरात के करीब छह जिले इस हिंसा से प्रभावित हो चुके हैं। यहां की फैक्ट्रियों में काम करने वाले गैर-गुजराती लोगों पर स्थानीय लोग लाठी-डंडे और पत्थर से हमला कर रहे हैं। इस वजह से यूपी-बिहार के काफी लोग वापस घर लौट रहे हैं। हिंसा की वारदात अभी थमी नहीं है और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गए। कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरुपम ने इस घटना को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “पीएम के गृह राज्य गुजरात में अगर उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश के लोगों को मार-मार कर भगाया जाएगा तो एक दिन पीएम को भी वाराणसी जाना है, ये याद रखना चाहिए। वाराणसी के लोगों ने उन्हें गले लगाया और प्रधानममंत्री बनाया था।”
PM ke grih rajya (Gujarat) mein agar UP, Bihar aur MP ke logon ko maar-maar ke bhagaya jaayega toh ek din PM ko bhi Varanasi jana hai, yeh yaad rakhna. Varanasi ke logon ne unhe gale lagaya aur PM banaya tha: Sanjay Nirupam, Congress (7.10.18) pic.twitter.com/Jc330Czh7D
— ANI (@ANI) October 8, 2018
कांग्रेस नेता ने एक ट्वीट कर कहा, “गुजरात के डीजीपी कह रहे हैं कि ‘उत्तर भारत के लोग पर्व को देखते हुए अपने घर लौट रहे हैं। उन्हें वापस जाने को मजबूर नहीं किया जा रहा है।’ यह एक बड़ा झूठ है। दिवाली और छठ की छुट्टियां एक महीने बाद शुरू होगी, अभी नहीं! भाजपा उन्हें वापस जाने को मजबूर कर रही है और कांग्रेस विधायक को बदनाम कर रही है। मोदी जी, इस तरह की संकीर्ण राजनीति करना बंद कीजिए।”
DGP Gujrat saying that North Indians are going for festivals to their home town and not being forced to leave.Its big lie.Diwali & Chhath holidays will start after one month.Not now.#BJP is forcing them to flee and defaming Congress MLA.
Modiji,stop this parochial politics.— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) October 8, 2018
वहीं, हार्दिक पटेल ने भी गुजरात में उत्तर भारत के लोगों पर हो रहे हमले की निंदा की है। हार्दिक पटेल ने ट्वीट कर कहा, “गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की में निंदा करता हूं। अपराधी को कठोर सजा मिले, इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं। लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को गलत नहीं ठहरा सकते। आज गुजरात में 48 आईएएस और 32 आईपीएस उत्तर प्रदेश और बिहार से हैं। हम सब एक हैं। जय हिंद।
गुजरात में उत्तर भारतीयों पर हो रहे हमले की में निंदा करता हूँ।अपराधी को कठोर सजा मिले,इसके लिए पूरा देश उस पीड़ित परिवार के साथ खड़ा हैं।लेकिन एक अपराधी के कारण हम पूरे प्रदेश को ग़लत नहीं ठहरा सकते,आज गुजरात में 48 IAS एवं 32 IPS उ॰प्र और बिहार से हैं।हम सब एक हैं।जय हिंद
— Hardik Patel (@HardikPatel_) October 8, 2018
बता दें कि उत्तर भारतीयों के खिलाफ हो रहे हिंसा में शामिल होने का आरोप गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के युवको पर लगा है। इसके बाद संगठन के अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकुर ने कहा कि, “पांच जिलों में 25 से अधिक एफआईआर दर्ज किए गए हैं जिनमें 400 से अधिक गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के युवाओं को नामजद या गिरफ्तार किया गया है। यह षड्यंत्र उन्हें और गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना को खत्म करने के लिए है। इसके खिलाफ वे 11 अक्टूबर से ‘सद्भावना अनशन’ पर बैठेंगे। उनका अनशन तब तक जारी रहेगा, जब तक उनके संगठन के सदस्यों के खिलाफ दर्ज केस को वापस नहीं लिया जाता है।”
वहीं, हिंसा के बाद उत्तर भारतीयों के लौटने के मामले पर डीजीपी शिवानंद झा ने रविवार (7 अक्टूबर) को कहा कि जो हिंदीभाषी गुजरात छोड़कर जा रहे हैं, वे त्योहर की वजह से ऐसा कर रहे हैं। गांधीनगर में मीडिया से बात करते हुए कहा, “त्योहारों का मौसम शुरू हो गया है। नवरात्री, दिवाली और फिर छठ है। इसलिए जो लोग यहां से जा रहे हैं, वे डर से नहीं, बल्कि त्योहार मनाने जा रहे हैं।”