Sambhal Bulldozer Action: संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ जिला प्रशासन का एक्शन लगातार जारी है। गुरुवार को बिजली काटने के बाद शुक्रवार को उनके घर पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई। प्रशासन और नगरपालिका की टीम ने सांसद के घर के बाहर नालियों पर अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया। नाली के ऊपर बनी सीढ़ियों को तोड़ दिया गया।

उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) ने समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क पर कथित बिजली चोरी का मामला दर्ज कर उन पर 1.91 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है और उनके पिता के खिलाफ गुरुवार को संभल में छापेमारी के दौरान निगम कर्मचारियों को कथित तौर पर धमकाने का मामला दर्ज किया है। यूपीपीएसएल के असिस्टेंट इंजीनियर विनोद कुमार गुप्ता ने कहा, ‘यह जुर्माना तब लगाया गया जब यह पता चला कि उनके घर पर 4 किलोवाट कैपेसिटी वाले मीटर के मुकाबले 16 किलोवाट से ज्यादा यूनिट का इस्तेमाल किया जा रहा था। हमने मौजूदा मीटर की जगह एक स्मार्ट मीटर लगाया है जिससे बिजली चोरी का पता चला। पिछले छह महीनों से मौजूदा मीटर में जीरो यूनिट रीडिंग दिखाई दे रही थी।’

बर्क के पिता के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज

24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के पास हुई हिंसा से पहले ही बर्क पर भीड़ को उकसाने का आरोप है। इलाहाबाद हाई कोर्ट में सांसद ने अपनी संभावित गिरफ्तारी पर रोक लगाने के लिए एक आवेदन दायर किया है और इस याचिका पर शुक्रवार को सुनवाई होने के आसार हैं। बर्क के पिता मामलुक उर रहमान बर्क के खिलाफ भी बीएनएस की कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है।

सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पहुंचे हाईकोर्ट

यूपीपीसीएल के जूनियर इंजीनियर बीके गंगल ने कहा, ‘जब हम यह देखने की कोशिश कर रहे थे कि उनके घर पर बिजली चोरी कैसे हो रही है, तो सांसद के पिता ने हमें रोकने की कोशिश की थी। उन्होंने कहा, ‘अगर सपा सरकार सत्ता में आई तो तुम लोग बर्बाद हो जाओगे। तुम्हारी हरकतें सीसीटीवी कैमरे में रिकॉर्ड हो रही हैं। राज्य में सरकार बदलने पर तुममें से हर एक को अंजाम भुगतने होंगे।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…

मामलुक उर रहमान बर्क ने क्या आरोप लगाया

मामलुक उर रहमान बर्क ने आरोप लगाया कि छापेमारी के दौरान पुलिस और यूपीपीसीएल के कर्मचारी बुरा बर्ताव कर रहे थे। सरकारी अधिकारी कानून-व्यवस्था की स्थिति को बिगाड़ने के लिए लोगों को भड़काने की कोशिश कर रहे हैं। यह सब सांसद और उनकी पार्टी को बदनाम करने के लिए किया जा रहा है। लोगों के साथ अन्याय हो रहा है और हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। बर्क के वकील ने कहा कि एफआईआर और जुर्माने का कोई भी कानूनी आधार नहीं है। हम दोनों मामलों को कोर्ट में चुनौती देंगे। पढ़ें विस्तृत खबर…