Samastipur Assembly Election Result 2025: समस्तीपुर विधानसभा सीट राजद की गढ़ रही है। लेकिन राजद के इस किले को जेडीयू की अश्वमेघ देवी ने भेज दिया है। उन्होंने मतगणना के सातवें राउंड में 16883 वोटों से बंपर बढ़त बना ली थी। अश्वमेघ देवी ने यह जीत 13875 वोटों के अंतर से दर्ज की है। उनके सामने राजद के अख्तरुल इस्लाम शाहिन थे।
बिहार में समस्तीपुर जिले की समस्तीपुर विधानसभा सीट चुनाव के दौरान खूब चर्चा में रही। यह सीट इसलिए भी चर्चा में रही क्योंकि यह आरजेडी का गढ़ मानी जाती थी। पिछले तीन चुनाव से समस्तीपुर में राजद के अख्तरुल इस्लाम शाहिन चुनाव जीत रहे थे। लेकिन इस बार उन्हें जनता दल यूनाइटेड (JDU) की अश्वमेघ देवी ने हरा दिया है। अश्वमेघ देवी को कुल 95728 मत मिले हैं जबकि, अख्तरुल इस्लाम शाहिन 81853 वोटों पर ही सिमट कर रह गए।
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कौन है उम्मीदवार?
2020 के विधानसभा चुनाव में राजद ने यहां पर करीबी मुकाबले में जीत हासिल की थी। समस्तीपुर विधानसभा सीट से राजद ने तीन बार के विधायक अख्तरुल इस्लाम शाहिन को उम्मीदवार बनाया है तो वहीं जेडीयू ने अश्वमेघ देवी को फिर से टिकट दिया है। जन सुराज ने मनोज कुमार सिंह को टिकट दिया है।
| पार्टी | उम्मीदवार के नाम | वोट |
| राजद | अख्तरुल इस्लाम शाहिन | 81853 |
| जेडीयू | अश्वमेघ देवी | 95728 (जीत) |
| जन सुराज | मनोज कुमार सिंह | 6193 |
पिछले चुनाव में चिराग बनें थे जेडीयू की हार का कारण
2020 के विधानसभा चुनाव में राजद के अख्तरुल इस्लाम शाहिन को 68,507 वोट मिले थे। वहीं जेडीयू की अश्वमेघ देवी को 63,793 वोट मिले थे। इस प्रकार से राजद ने सीट पर 4,714 वोट से जीत दर्ज की थी। लेकिन चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को यहां पर 12074 वोट मिले थे। ऐसे में माना जाता है कि अगर चिराग ने बगावत न की होती, तो जेडीयू इस सीट पर जीत सकती थी।
| पार्टी | उम्मीदवार | वोट |
| राजद | अशोक कुमार | 68,507 (जीत) |
| जेडीयू | अश्वमेघ देवी | 63,793 |
| लोक जनशक्ति पार्टी | महेंद्र प्रधान | 12074 |
क्या है समस्तीपुर का जातीय समीकरण?
अगर हम समस्तीपुर के जातीय समीकरण की बात करें तो यहां पर यादव और मुस्लिम वोटरों का दबदबा माना जाता है। इन दोनों वर्गों से ही यहां पर करीब 40 फीसदी वोटर आते हैं। राजद की जीत का यह बड़ा कारण भी है, क्योंकि दोनों वर्ग के वोटर महागठबंधन का वोट बैंक माने जाते हैं। वहीं अति पिछड़ी जातियों की संख्या भी यहां पर 30 फीसदी के करीब है।
