Samajwadi Party Candidate Naseem Solanki: उत्तर प्रदेश में विधानसभा की जिन 9 सीटों पर उपचुनाव होने जा रहा है उसमें एक सीट कानपुर जिले की सीसामऊ भी है। सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी ने पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है। नसीम सोलंकी जब बुधवार को नामांकन करने के लिए पहुंचीं तो अपने समर्थकों को देखकर रोने लगीं। उन्होंने भावुक होते हुए अपनी सास और बेटी को गले लगा लिया।

इससे पहले 9 अक्टूबर को जब सपा ने नसीम सोलंकी के नाम का ऐलान किया था तब भी वह भावुक होकर रोने लगी थीं। उन्होंने लोगों से कहा था कि यह सिर्फ विधायक जी (इरफान) का चुनाव है। उन्होंने लोगों से कहा था कि हम संघर्ष करने के लिए तैयार हैं। बीजेपी भी इस सीट पर जीत के लिए पूरी ताकत झोंक रही है।

नामांकन दाखिल करने के दौरान नसीम सोलंकी के साथ सपा विधायक अमिताभ वाजपेयी, मोहम्मद हसन रूमी, सपा जिलाध्यक्ष फजल महमूद और प्रस्तावक बंटी सेंगर मौजूद रहे। मंगलवार को ही नसीम सोलंकी ने लखनऊ में सपा प्रमुख अखिलेश यादव से मुलाकात की थी।

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सीसामऊ विधानसभा सीट से 2022 के चुनाव में सपा के टिकट पर इरफान सोलंकी जीते थे। सोलंकी को आगजनी के एक मामले में 7 साल कैद की सजा सुनाए जाने के बाद उन्हें विधानसभा से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। इस वजह से यह सीट खाली हुई है। बीजेपी ने अभी तक इस सीट से अपने उम्मीदवार के नाम का ऐलान नहीं किया है।

इन 9 सीटों पर होना है उपचुनाव

विधानसभा सीट का नामसंबंधित लोकसभा
कटेहरी अंबेडकर नगर
मझवांमिर्जापुर
मीरापुर मुजफ्फरनगर
सीसामऊ कानपुर नगर
करहल मैनपुरी
फूलपुर प्रयागराज
खैर अलीगढ़
कुंदरकी मुरादाबाद
गाजियाबाद गाजियाबाद

उपचुनाव में सपा और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं। कांग्रेस उपचुनाव की 9 में से 3 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती थी लेकिन सपा ने उसके लिए गाजियाबाद और अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट छोड़ी है। उत्तर प्रदेश में 13 नवंबर को 9 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होगा और 23 नवंबर को वोटों की गिनती होगी।

सोलंकी परिवार सपा मुखिया अखिलेश यादव का करीबी रहा है। इरफान को जब कानपुर में गिरफ्तार किया गया था, तब सपा मुखिया अखिलेश यादव उनसे मिलने भी आए थे।

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नसीम सोलंकी पूर्व विधायक हाजी मुश्ताक सोलंकी की बहू हैं। इरफान सोलंकी 2022 में सीसामऊ सीट से लगातार तीसरी बार विधायक बने थे। देखना होगा कि क्या सीसामऊ में नसीम सोलंकी पति की जीत का सिलसिला बरकरार रख पाएंगी? सीसामऊ सीट पर समाजवादी पार्टी का दबदबा रहा है लेकिन इस बार बीजेपी इस सीट को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है। बीजेपी कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि इस बार सीसामऊ में हार का सिलसिला टूटेगा।

नसीम सोलंकी को सपा का उम्मीदवार बनाने के बाद से ही बीजेपी यहां पर नई रणनीति के साथ चुनाव लड़ रही है। माना जा रहा है कि पार्टी हिंदू वोटों को एकजुट करने की रणनीति पर काम कर रही है। उत्तर प्रदेश के इस उप चुनाव को बीजेपी बेहद गंभीरता से ले रही है क्योंकि लोकसभा चुनाव के नतीजे उसके लिए खराब रहे थे। उपचुनाव की कमान खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संभाल ली है। योगी आदित्यनाथ उपचुनाव वाली सभी 9 सीटों पर पार्टी प्रत्याशियों के लिए जमकर प्रचार करेंगे। 

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गुटबाजी को लेकर अखिलेश यादव सतर्क

सपा प्रत्याशी नसीम सोलंकी के नाम का ऐलान होने के बाद जब पार्टी में बगावत के सुर सुनाई दिए तो खुद अखिलेश यादव ने इस मामले में दखल दिया। बताना होगा कि सीसामऊ सीट पर चुनावी तैयारी की समीक्षा करने आए प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल के सामने हंगामा हुआ था। गुटबाजी की वजह से पार्टी को चुनाव में नुकसान होने की आशंका को देखते हुए अखिलेश यादव ने महानगर अध्यक्ष समेत सभी विधायकों और चुनाव प्रभारियों को लखनऊ बुलाया था।