समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिये छह सीटों पर अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है। चूंकि लोकसभा चुनाव में सपा ने इंडिया गठबंधन के तहत कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था ऐसे में उपचुनाव को लेकर भी गठबंधन की संभावना जारी है। यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष अजय राय ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि प्रभारी अविनाश पांडे ने उपचुनाव को लेकर जो भी कहा है, वह किया जाएगा और हर फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा। अजय राय ने आगे कहा कि गठबंधन समाजवादी पार्टी के साथ हमेशा की तरह रहेगा।

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समाजवादी पार्टी ने सीसामऊ सीट पर निवर्तमान विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है। वहीं, मिल्कीपुर सीट पर फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को उम्मीदवार बनाया गया है। करहल सीट पर पूर्व सांसद तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया गया है। फूलपुर सीट से मुस्तफा सिद्दीकी, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मझवां से डॉक्टर ज्योति बिंद को उम्मीदवार बनाया गया है।

अब सवाल यह है कि बाकी बची 4 सीटों पर क्या सपा और कांग्रेस गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेंगे? इस चर्चा पर यूपी कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडे ने कहा, “यह सच है, हमें इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई थी। अभी तक इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति से कोई चर्चा नहीं हुई है। जहां तक ​​सीटों की घोषणा और चुनाव लड़ने का सवाल है, इंडिया गठबंधन की समन्वय समिति जो भी फैसला लेगी, उसे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी स्वीकार करेगी। हम उत्तर प्रदेश में अति आत्मविश्वास में नहीं बल्कि पूरी तरह आश्वस्त हैं और इसी के चलते संगठन को मजबूत और सशक्त बनाने के साथ-साथ चुनाव की तैयारी का काम भी शुरू हो गया है। संभावनाएं (गठबंधन की) हमेशा अंत तक बनी रहती हैं, इससे इनकार नहीं किया जा सकता है।”

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अब चार सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान बाकी है। ऐसे में सवाल यह भी है कि सपा ने इन चारों सीटों का ऐलान एक साथ क्यों नहीं किया? यह चार सीटें- मीरापुर (मुजफ्फरनगर), गाजियाबाद, खैर (अलीगढ़), कुंदरकी (मुरादाबाद) हैं। ऐसा माना जा रहा था कि जिन 6 सीटों पर सपा ने प्रत्याशी घोषित किए हैं, उनमें से 2 पर कांग्रेस चुनाव लड़ना चाहती थी। अब कांग्रेस क्या स्टेप लेगी इस बारे में अभी तक पार्टी ने किसी भी तरह की बात नहीं की है।