2017 में उत्तर प्रदेश में होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी हैं। पार्टी ने सभी मंत्रियों, विधायकों और नवनिर्वाचित जिला पंचायत अध्यक्षों को गांवों में रात गुजारने का फरमान सुनाया है। पार्टी ने अपने इन चुने हुए प्रतिनिधियों से कहा है कि वो गांवों में साइकिल रैली का आयोजन करें और अगर संभव हो तो इन साइकिल रैलियों में स्वयं भी भाग लें। पार्टी की यह सारी रणनीति 2017 के लिए गांवों में बेहतर जनाधार तैयार करने के लिए है।

इससे पहले पार्टी को जिला पंचायत चुनाव में बड़ी सफलता मिली थी। साल की शुरुआत में हुए इन चुनाव की 74 सीटों में से 60 सीटों पर सपा ने बाजी मारी थी। बीजेपी को केवल पांच, बसपा को चार, रालोद और कांग्रेस को एक सीट से संतोष करना पड़ा था।

कुछ दिन पहले एक न्यूज चैनल द्वारा किए गए सर्वे में सपा को 2017 का चुनाव हारता हुआ दिखाया गया था। इसके बाद मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा था, “हमें सतर्क रहने की जरूरत है। हम समाजवादी लोग दूसरों का भी सुझाव मान लेते हैं, अगर वह अच्छा हो तो। हमें जगाने के लिए यह रिपोर्ट सामने आई है।” गांवों में पार्टी चुनावी कैंपेन तेज करके 2017 चुनाव में भी पंचायत चुनाव के नतीजे दोहराना चाहती है।